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    मानसा पेट्रोल पंप पर ग्रेनेड हमले के पीछे भी गैंगस्टर अर्श डल्ला का हाथ, गिरफ्तार आरोपी ने बताई हमले के पीछे की वजह

    Updated: Tue, 12 Nov 2024 07:11 PM (IST)

    पंजाब के मानसा के सिरसा रोड पर मौजूद मैसर्ज सिद्धू पेट्रोल सर्विसेज नाम के पेट्रोल पंप पर 27 अक्टूबर की रात को हुए ग्रेनेड हमले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी की पहचान मानसा जिले के गांव घरांगना निवासी शिमला सिंह के तौर पर हुई है। वह गैंगस्टर अर्श डल्ला (Gangster Arsh Dalla) के साथ जुड़ा हुआ है।

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    मानसा पेट्रोल पंप पर बम धमाके के पीछे अर्श डल्ला का हाथ (संकेतात्मक चित्र)

    निखिल कुमार, मानसा। बीती 27 अक्टूबर की रात को सिरसा रोड पर दंदीवाल रिसोर्ट के नजदीक स्थित मैसर्ज सिद्धू पेट्रोल सर्विसेज नाम के पेट्रोल पंप पर हुए बम धमाके के मुख्य आरोपित को बठिंडा की कांउटर इंटलीजेंस और मानसा पुलिस की टीम ने एक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है।

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    आरोपी की पहचान मानसा जिले के गांव घरांगना निवासी शिमला सिंह के तौर पर हुई। यह आरोपी गैंगस्टर अर्श डल्ला के साथ जुड़ा हुआ है और उसके कहने पर उसने पंप मालिक को डराने के लिए पंप पर ग्रेनेड फेंका था।

    27 अक्टूबर की रात पेट्रोल पंप पर हमला

    डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि बीती 27 अक्टूबर की मध्यरात्रि को मानसा के सिरसा रोड स्थित पेट्रोल पंप स्टेशन पर हैंड ग्रेनेड हमला किया गया था। विस्फोट के बाद पेट्रोल पंप के मालिक खुशविंदर सिंह को एक विदेशी मोबाइल नंबर से धमकी भरा फोन भी आया था, जिसमें कॉल करने वाले ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी।

    आरोपी ने खुद किया खुलासा

    जिसके बाद मानसा पुलिस ने थाना सिटी-1 में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा के तहत केस दर्ज करके पड़ताल शुरू कर दी है। डीजीपी ने बताया कि हमले की जांच करते हुए गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को सीआई बठिंडा व मानसा पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन के दाैरान आरोपित शिमला सिंह को गिरफ्तार किया और उसने मानसा ग्रेनेड हमले में अपनी भूमिका कबूल करते हुए खुलासा किया है कि उसने आतंकी अर्श डल्ला के निर्देश पर गढ़शंकर इलाके से ग्रेनेड हासिल किया था।

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    आकोपी कई आपराधिक गतिविधियों में रहा शामिल

    उन्होंने कहा प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि आरोपित शिमला सिंह ने गुरप्रीत सिंह हत्याकांड में शामिल शूटरों को सामान उपलब्ध करवाने सहायता भी की थी। डीजीपी ने बताया कि आरोपित शिमला सिंह पहले भी कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है और अप्रैल 2023 में सीआई बठिंडा ने उसे तीन पिस्तौलों के साथ गिरफ्तार किया गया था।

    उन्होंने बताया कि साजिश में और लिंक उजागर करने के लिए आगे की जांच जारी है और और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। एसएसपी मानसा भागीरथ सिंह मीना ने अधिक जानकारी साझा करते हुए बताया कि घटना के बाद उक्त मामले की आगे की जांच के लिए एसपी मानसा मनमोहन सिंह औलख की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया था।

    एआईजी सीआई बठिंडा अवनीत कौर सिद्धू ने बताया कि सीआई बठिंडा और मानसा पुलिस की टीमों ने संयुक्त रूप से आरोपित शिमला सिंह को मानसा के खोखर रोड से उस समय गिरफ्तार किया, जब वह पैदल कहीं जा रहा था।

    मानसा पुलिस कर रही थी ग्रेनेड न होने का दावा

    गिरफ्तार किए गए आरोपित ने स्वीकार किया है कि उसने पेट्रौल पंप के सामने हैंड़ ग्रेनेड फेंका था। जबकि मानसा पुलिस यह दावा कर रही थी कि हैंड ग्रेनेड़ जैसी कोई बात नहीं थी। लेकिन अब मानसा पुलिस के दावों की पोल खुल गई है।

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