भारत माला प्रोजेक्ट में अधिक मुआवजा दिलाने का झांसा, पीड़िता की शिकायत पर CM भगवंत मान का बड़ा एक्शन; 3 गिरफ्तार
बठिंडा में भारत माला परियोजना के तहत अधिग्रहित भूमि के मुआवजे में 20 लाख रुपये प्रति एकड़ अधिक दिलाने का झांसा देकर मेहराज के 5 लोगों ने सैकड़ों लोगों से ठगी की। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के संज्ञान में मामला आने पर उन्होंने तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि अन्य दो की तलाश जारी है।

जागरण संवाददाता, बठिंडा। केंद्र सरकार की भारत माला परियोजना के तहत एक्वायर की गई जमीन का मिल चुके मुआवाजे से 20 लाख रुपये प्रति एकड़ ज्यादा मुआवजा दिलाने का झांसा देकर जिले के गांव मेहराज निवासी 5 लोगों ने सैकड़ों लोगों से ठगी करने का मामला सामने आया है।
बीती वीरवार को बठिंडा पहुंचे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के समक्ष एक पीड़ित की तरफ से मामला उठाए जाने के बाद मुंख्यमंत्री ने तुरंत उस पर एक्शन लिया और स्टेज पर बठिंडा की एसएसपी अमनीत कौंडल को बुलाकर तुरंत मामला दर्ज करने के आदेश दिए।
जिसके बाद एसएसपी कौंडल ने थाना सिटी रामपुरा के एसएचओ को उक्त मामले में कार्रवाई करने की हिदायत दी और पुलिस ने गांव मेहराज के कुलविंदर सिंह पट्टी कला, परविंदर सिंह निवासी पट्टी सोल मेहराज, मलकीत सिंह उर्फ बागडू निवासी पट्टी सोल मेहराज, जगमोहन सिंह निवासी पट्टी सोल मेहराज और हरपाल सिंह निवासी पट्टी सोल मेहराज के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि बाकी दो की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि आरोपितों ने पीड़ित लोगों को सरकार से मिले 50 ला्ख रुपये प्रति एकड़ मुआवजे के बदले 70 लाख यानि 20 लाख रुपये अधिक दिलाने का झांसा दिया था और हर पीड़ित से प्रति एकड़ के 20 से 30 हजार रुपये की राशि वसूल की थी।
आरोपित लोग किसी राजनैतिक पार्टी या किसान यूनियन के साथ जुड़े है, इसके बारे में पुलिस कोई भी पुष्टि नहीं कर रही है।
थाना सिटी रामपुरा पुलिस को शिकायत देकर नगर पंचायत मेहराज के पार्षद रणजोध सिंह जोधा ने बताया कि करीब ढाई साल पहले केंद्र सरकार ने भारत माला प्रोजेक्ट के तहत गांव मेहराज की जमीन एक्वायर की गई थी। पीड़ित ने बताया कि आरोपित लोगों ने उन किसानों को अपने झांसे में लेना शुरू कर दिया, जिनकी जमीन भारत माला प्रोजेक्ट के तहत आई थी।
उन्होंने उक्त किसानों से ठगी की नीयत से बात की। केंद्र सरकार ने एक्वायर की गई जमीन के लिए उन्हें 50 लाख रुपये प्रति एकड़ देने का दावा किया था, लेकिन उक्त व्यक्तियों ने कहा कि वे उन्हें 20 लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से और पैसे सरकार से दिलाएंगे, चूकि उक्त जमीन का रेट 70 लाख रुपये प्रति एकड़ है और सरकार ने उन्हें 20 लाख रुपये कम मुआवजा दिया है।
पीड़ित ने बताया कि उक्त मुआवजा दिलाने के लिए उन्हें 20-20 हजार रुपये प्रति एकड़ देने होंगे। पीड़ित ने कहा कि इसके बाद बड़ी संख्या में किसानों ने गांव मेहराज के उपरोक्त व्यक्तियों को 20-20 हजार रुपये प्रति एकड़ दिए। उन्होंने बताया कि भारत माला प्रोजेक्ट में उनकी ढाई एकड़ जमीन भी एक्वायर की गई थी, जिसके लिए उन्होंने 20 लाख रुपये अतिरिक्त लेने के लिए आरोपित कुलविंदर सिंह को 42 हजार रुपये दिए थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।