Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'पेपर या प्यार से...' गाने वाले मशहूर पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू का निधन, 37 साल की आयु में कहा दुनिया को अलविदा 

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 08:00 PM (IST)

    मशहूर पंजाबी गायक हरमन सिद्धू, जो 'पेपर या प्यार से...' गाने से प्रसिद्ध हुए, अब नहीं रहे। 37 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। उनके असामयिक निधन से पंजाबी संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके प्रशंसक और साथी कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।

    Hero Image

    सड़क हादसे में मशहूर पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू का निधन। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, मानसा। पंजाबी संगीत जगत के लोकप्रिय गायक हरमन सिद्धू का शुक्रवार देर रात हुए सड़क हादसे में निधन हो गया। पुलिस के अनुसार रात लगभग 10:30 बजे जब सिद्धू गांव खियाला कलां से अपने घर लौट रहे थे, उनकी कार सामने से आ रहे ट्रक से भीषण रूप से टकरा गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    टक्कर इतनी जोरदार थी कि हरमन सिद्धू की मौके पर ही मृत्यु हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।

    सिद्धू महज 37 वर्ष के थे और अपने करियर के सबसे सक्रिय चरण में लौट रहे थे। उनका गाना ‘पेपर या प्यार’ पंजाब के युवाओं की जुबान पर लंबे समय तक छाया रहा और आज भी सोशल मीडिया पर खूब लोकप्रिय है।

    वे अपनी शानदार डुएट जोड़ी और स्टेज पर दमदार परफॉर्मेंस के लिए जाने जाते थे। मिस पूजा के साथ उन्होंने कई प्रसिद्ध एल्बम रिकॉर्ड किए जिनमें लव मैरिज, थके वन जट्टन दा, पई गया प्यार और खुलियां खिड़कियां जैसे सुपरहिट गीत शामिल हैं।

    हादसे के तुरंत बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने ट्रक चालक जरनैल सिंह (निवासी सुनाम) के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी एएसआई ओमप्रकाश के अनुसार प्राथमिक जांच में ट्रक चालक की गलती सामने आई है।

    दूसरी पारी की तैयारी अधूरी रह गई

    परिवार और संगीत जगत के सूत्रों के अनुसार हरमन सिद्धू पिछले कुछ महीनों से अपने नए प्रोजेक्ट पर लगातार काम कर रहे थे। दो गानों की म्यूजिक वीडियो शूटिंग पूरी हो चुकी थी और वे 2025 के अंत तक रिलीज होने वाले थे। समीक्षकों के अनुसार सिद्धू का अंदाज, लिरिक्स और आवाज पहले की तुलना में और परिपक्व हुई थी, जिससे उम्मीद थी कि वह संगीत जगत में एक बार फिर बड़ी वापसी करेंगे।

    करियर का स्वर्णिम दौर

    सिद्धू का गोल्डन पीरियड 2007 से 2011 के बीच रहा, जब डुएट गीतों का दौर चरम पर था। गीतकार बोहर दंदीवाल और गायिका मिस पूजा के साथ उनकी जोड़ी ने पंजाबी संगीत को नया रंग दिया। इसी दौरान पेपर ते प्यार, पे गया प्यार, लाडला, जुगनी और मिर्जा की कहानी जैसे गीतों ने उन्हें रिकॉर्ड तोड़ लोकप्रियता दिलाई। स्टेज शो के दौरान उन्हें अखाड़ों का सरताज कहा जाने लगा। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार डेढ़ वर्ष पहले ही हरमन के पिता का निधन हुआ था। अब घर में मां, पत्नी और एक बेटी ही हैं। हरमन अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। परिवार और प्रशंसकों के लिए यह हादसा किसी असहनीय त्रासदी से कम नहीं है।