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    बठिंडा की मौड़ मंडी में अमोनियम नाइट्रेट से हुआ था धमाका

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Fri, 03 Feb 2017 12:51 PM (IST)

    बठिंडा की मौड़ मंडी में हुए बम विस्‍फोट में अमो‍नियम नाइट्रेट का इस्‍तेमाल किया गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में इसक संकेत मिले हैं।

    बठिंडा की मौड़ मंडी में अमोनियम नाइट्रेट से हुआ था धमाका

    गुरप्रेम लहरी, मौड़ मंडी (बठिंडा)। जिले की मौड़ मंडी में कांग्रेस प्रत्याशी की रैली के पास हुए बम धमाके में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था। यह खुलासा प्रारंभिक जांच में हुआ है। हालांकि अभी कोई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। दूसरी ओर, एनएसजी की टीम सैंपल लेकर दिल्ली लौट गई।

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    मौड़ मंडी पहुंची एनएसजी टीम ने धमाका स्थल से कई सैंपल भरे। इसके साथ ही पूरे शहर की सीसीटीवी फुटेज भी कब्जे में ले ली, इसके बाद एनएसजी टीम दिल्ली लौट गई। फोरेंसिक टीमें भी सैंपल लेकर लौट गईं। पुलिस सूत्रों के अनुसार प्राथमिक जांच में सामने आया है कि धमाके के लिए अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि अभी कोई टेस्टिंग रिपोर्ट नहीं आई है। दो-तीन दिन में रिपोर्ट आने के बाद सही पता चल पाएगा।

    मौड़ मंडी में धमाका स्थल पर जांच करती एनएसजी की टीम।

    बम धमाका हुए तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं। पुलिस को ऐसा कोई सुबूत नहीं मिला है जिससे वह हमलावरों तक पहुंच सके। अब जिला पुलिस एनएसजी व फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

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    खदानों में ब्लास्ट के लिए इस्तेमाल होता है अमोनियम नाइट्रेट

    अमोनियम नाइट्रेट एक ऑक्सीडाइजिंग एजेंट है। आमतौर पर उर्वरकों में इसका इस्तेमाल नाइट्रोजन के सप्लीमेंट के रूप में किया जाता है। विस्फोटक क्षमता के कारण अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल खदानों में ब्लास्टिंग के अलावा दीवाली पर चलाने वाली आतिशबाजी में भी होता है। विस्फोटक क्षमता के कारण कई आतंकी घटनाओं में भी इसके इस्तेमाल की पुष्टि हुई है।

    डेटोनेटर व प्लास्टिक एक्सप्लोसिव के मिश्रण से यह काफी घातक हथियार बन जाता है। इसका इस्तेमाल गड्ढा खोदकर छुपाए गए बमों आइईडी (इम्प्रोवाइज एक्सप्लोजिव डिवाइसेस) में किया जाता है। नक्सली आमतौर पर ऐसे ही बमों का उपयोग करते हैं।

    तीन थ्योरी पर काम कर रही है पुलिस

    टेक्नीकल इंवेस्टीगेशन : बम धमाके में अमोनियम नाइट्रेट के अलावा क्या-क्या इस्तेमाल किया गया है, इस पर भी पुलिस की जांच चल रही है। गाड़ी से मिले फटे केन में कौन-सा तरल पदार्थ था इसकी भी जांच की जा रही है।

    व्हीकल इंवेस्टीगेशन : धमाके में इस्तेमाल मारुति कार की भी जांच चल रही है। आरोपियों ने कार की नंबर प्लेट फिरोजपुर जिले की एक बाइक की लगाई थी, जबकि चैसी नंबर व इंजन नंबर बिल्कुल खराब कर दिया था। इससे लगता है कि धमाका पूर्वनियोजित था। अभी पुलिस कार के बारे में कुछ भी पता नहीं लगा पाई है। पुलिस कुकर धमाके के एंगल पर भी जांच कर रही है। पुलिस पता लगा रही है कि पहले कब-कब कुकर धमाके हुए और उनकी जांच में क्या बात सामने आई।
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    '' यह धमाका बड़े स्तर का था। इसलिए इसकी जांच में समय लग रहा है। जांच चल रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
    -स्वप्न शर्मा, एसएसपी, बठिंडा
    ' जांच रिपोर्ट आने पर चलेगा पता'

    '' अभी तक तो सब अंदाजे ही लगाए जा रहे हैं। एनएसजी व फोरेंसिक लैब की टेङ्क्षस्टग रिपोर्ट आने के बाद ही इस धमाके के बारे में कुछ कहा जा सकता है।
    -नीलाभ किशोर,आइजी, बठिंडा जोन
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    यह है मामला
    मंगलवार रात को मौड़ मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी हरमंदिर सिंह जस्सी की रैली के पास मारुति कार में बम धमाका हुआ था। धमाके में तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि गंभीर रूप से घायल तीन बच्चों की लुधियाना में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। जस्सी डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम के समधी हैं और उन्हें जेड सिक्योरिटी मिली हुई है।
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    आंखों के सामने हुआ धमाका, तीन दोस्त छोड़कर चले गए : अर्श

    बम धमाके के चश्मदीद 16 वर्षीय अर्श सिंगला ने बताया कि मेरी आंखों के सामने गाड़ी हवा में उड़ रही थी और एक के बाद दूसरा धमाका हुआ। आग की लपटें 50 फीट से ऊंची उठ रही थीं। चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल था। कोई इधर भाग रहा था तो कोई उधर। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि यह क्या हो रहा है। मैं गेट (मौड़ मंडी के वार्ड 15 में ट्रक यूनियन के सामने) की जाली के अंदर खड़ा सब कुछ देख रहा था। धमाके बाद जब थोड़ी अफरा-तफरी रुकी तो वह घर से बाहर निकला तो देखा कि एक साइड पर तीन लोग मरे पड़े हैं और मेरे तीन दोस्त रिपनदीप, सौरव व जपसिमरन तड़प रहे थे। इनकी भी अस्पताल में मौत हो गई।