बठिंडा में जय दुर्गा शक्ति मंदिर में भक्तों ने किये माता के दर्शन, पूरी होती है मनोकामना; लोगों की है गहरी आस्था
बठिंडा के गांव मेहराज में स्थित लोह टिल्ला बाबा रूप राम मंदिर क्षेत्र के प्राचीन मंदिरों में से एक है। यहां हर शाम आरती होती है जिसमें विभिन्न धर्मों के लोग शामिल होते हैं। बुजुर्गों के अनुसार यह मंदिर बहुत पुराना है। मंदिर में मां दुर्गा और बाबा रूप राम की मूर्तियां हैं। पहले यहां नवमी को मेला लगता था जो अब चैत्र और आश्विन की नवमीं को लगता है।

जागरण संवाददाता, बठिंडा। गांव मेहराज की पत्ती काला स्थित लोह टिल्ला बाबा रुप राम प्रबंधक कमेटी प्राचीन जय दुर्गा शक्ति मंदिर गांव का नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। मंदिर में रोजाना शाम के समय आरती होती है जिसमें गांव मेहराज तथा आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में विभिन्न जातीय धर्मों के लोग शामिल होते हैं।
गांव के पुराने बुजुर्ग कहते हैं कि यह मंदिर उनके जन्म से भी पहले का है। मंदिर में शिवलिंग के अलावा मां दुर्गा तथा बाबा रुप राम की प्रतिमा स्थापित है। गांव के लोगों का कहना है कि पहले यहां पर नवमी को तीन दिवसीय मेला लगता था जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते थे। उसके बाद कुछ समय तक यह मेला तेरस को लगने लगा। अब दोबारा चैत्र तथा आश्विन की नवमीं को मेला लगता है। मंदिर में आने वाले लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
अध्यक्ष मनीष कुमार बंसल ने बताया कि मंदिर के प्रति लोगों में गहरी आस्था हैं जिसका अंदाजा रोजाना शाम होने वाली मां भगवती की आरती में बड़ी संख्या में शामिल भक्तों को देखकर आसानी से लगाया जाता है। मंदिर में समय-समय पर विभिन्न प्रकार के धार्मिक आयोजन किए जाते हैं तथा इन दिनों भी मंदिर में श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ चल रहा है। 11 अक्टूबर को माता जी का वार्षिक जागरण तथा मेला आयोजित किया जाएगा।
पुजारी पंडित हेमंत शर्मा ने बताया कि मंदिर में रोजाना सुबह-शाम आरती होती है। मंदिर में आने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भक्तों द्वारा अपनी जिंदगी के विशेष अवसरों जैसे जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ इत्यादि पर मंदिर में आरती करवाई जाती है।
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