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    बठिंडा में बढ़ रहा डेंगू का खतरा, मरीजों की संख्या पहुंची 62

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 02:09 PM (IST)

    बठिंडा में स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के प्रति जागरूकता अभियान चलाया। सिविल सर्जन डॉ. तपिंदरजोत ने बताया कि कई स्थानों पर लार्वा नष्ट किए गए और छिड़काव किया गया। जिले में 62 डेंगू के मामले आए हैं जिनमें 10 सक्रिय हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे अपने आस-पास सफाई रखें और पानी जमा न होने दें ताकि मच्छरों को पनपने से रोका जा सके।

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    जिले में अब तक मिल चुके है 62 डेंगू के पॉजिटिव मरीज : सिविल सर्जन

    जागरण संवाददाता, बठिंडा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के दिशा-निर्देशों के तहत सिविल सर्जन डॉ. तपिंदरजोत के नेतृत्व में माडल टाउन फेज-2 में आम जनता को डेंगू के प्रति जागरूक किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन के साथ जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. उषा गोयल, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. सकृति विशेष रूप से उपस्थित रहीं।

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    सिविल सर्जन डॉ. तपिंदरजोत ने बताया कि सर्वेक्षण के दौरान कई स्थानों पर लार्वा पाए गए, जिन्हें मौके पर ही नष्ट कर दिया गया और जिन स्थानों पर पानी जमा था, वहां छिड़काव और फॉगिंग करवाई गई। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में 62 डेंगू के पाजिटिव मरीज मिल चुके है, जिसमें 10 मरीज एक्टिव है।

    सिविल सर्जन ने बताया कि पानी जमा होने से डेंगू मच्छरों के पनपने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे डेंगू बुखार फैलने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने आप को, अपने परिवार और समाज को डेंगू बुखार से बचाएं और अपने आस-पास सफाई बनाए रखें। उन्होंने कहा कि जहां मच्छरों के पनपने के स्रोतों को खत्म किया जाए।

    इस दौरान घरों व दफ्तरों में मौजूद कूलर, फ्रिज की ट्रे, पक्षियों के लिए पानी के बर्तन आदि की सफाई की जाए और घर में अतिरिक्त कबाड़ आदि का निपटान किया जाए। इसके अलावा, घर के आस-पास खड़े पानी व तालाबों आदि में हर हफ्ते काले तेल का छिड़काव किया जाए ताकि मच्छरों के लार्वा को खत्म किया जा सके।

    उन्होंने बताया कि खड़े पानी के स्रोतों पर स्प्रे का छिड़काव किया गया। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. उषा गोयल ने बताया कि डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए सिविल अस्पताल बठिंडा में डेंगू वार्ड भी स्थापित किया गया है। अगर किसी भी व्यक्ति में अचानक तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, त्वचा पर चकत्ते आदि डेंगू बुखार के लक्षण दिखाई दें तो उन्हें तुरंत स्वास्थ्य संस्थान में जाकर जांच करवानी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में डेंगू बुखार की जांच व इलाज मुफ्त किया जाता है।