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नरमा की फसल पर आसमान से गिर रही आग की मार

आसमान से बरसती आग ने पिछले कुछ दिनों में उगी नरमा की फसल को अपनी लपेट में लेना शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 04:08 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 07:40 AM (IST)
नरमा की फसल पर आसमान से गिर रही आग की मार
नरमा की फसल पर आसमान से गिर रही आग की मार

सुभाष चंद्र, बठिडा : आसमान से बरसती आग ने पिछले कुछ दिनों में उगी नरमा की फसल को अपनी लपेट में लेना शुरू कर दिया है। पंजाब में सबसे अधिक बठिडा जिले में पड़ी रही इस गर्मी से कॉटन बेल्ट में नरमा की फसल सूखने लगी है। पौधे झुलसने लगे हैं। किसान नरमा की फसल को बचाने के लिए हर कोशिश कर रहे हैं। उसे पानी लगाने लगे हैं। अधिकतर किसान बाल्टियों से नरमा के पौधों को सुबह शाम पानी देने लगे हैं। किसानों को मानना है कि नरमा की फसल को बार-बार पानी देने से पौधे की जड़ ऊपर ही रह जाती है। जिससे पौधा बढ़ता-फूलता नहीं है। इससे फसल में नदीन भी ज्यादा हो जाता है, जिसे खत्म करने के लिए अलग से खर्च करना पड़ता है। पिछेता नरमा को ही हो रहा गर्मी से नुकसान पंजाब की कॉटन बेल्ट के प्रमुख बठिडा जिले में 15 मई से पहले बुआई किए गए नरमा के पौधों को तो गर्मी से कोई खास नुकसान नहीं हो रहा है, लेकिन करीब हफ्ता दस दिन पहले बोया हुआ नरमा तेज गर्मी से झुलसने लगा है। बीते बुधवार को जिले में 47.5 डिग्री तापमान पहुंच गया था। किसानों का कहना है कि एकदम गर्मी बढ़ने से नरमा के उग रहे पौधे जलने लगे हैं। किसान नेता रेशम सिंह यात्री ने कहा कि जहां नरमा की पिछेती बिजाई हुई है, गर्मी से उसे ही नुकसान पहुंचने लगा है। अब नरमा की फसल को ज्यादा पानी भी नहीं दे सकते। अगर ज्यादा पानी देते हैं कि नदीन पैदा हो जाता। इसे खत्म करने के लिए किसानों को अलग से खर्चा करना पड़ेगा। गांव रामा के किसान सरूप सिंह सिद्धू ने कहा कि नरमा के पौधों को गर्मी से बचाने के लिए किसानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बाल्टियों और डिब्बों से थोड़ा-थोड़ा पानी पौधों को देना पड़ रहा है, ताकि वह सूखे नहीं। गांव संगत के किसान निर्मल सिंह ने भी कहा कि उनके खेतों में फूट रही नरमा की फसल तेज धूप से जलने लगी है। वह पानी लगाकर फसल को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। नरमा की फसल को बचाने के लिए 12 घंटे बिजली की सप्लाई देने की जरूरत है। बता दें कि बठिडा जिले में अब तक 1.38 लाख हेक्टेयर रकबे में नरमा की बिजाई हो चुकी है।हालांकि खेतीबाड़ी विभाग ने 1.90 लाख हेक्टेयर में नरमा की बिजाई का लक्ष्य निर्धारित किया था। नरमा की बिजाई का यह कार्य अभी 31 मई तक चलना है। प्रभावित जरूर, लेकिन नुकसान की रिपोर्ट नहीं जिला खेतीबाड़ी अधिकारी डॉ. बहादर सिंह ने कहा के बेशक अत्याधिक गर्मी से अभी फूट रहा नरमा प्रभावित हो रहा है, लेकिन नुकसान की फिलहाल कहीं से कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। किसानों को आठ घंटे बिजली सप्लाई मिल रही है। इससे वे फसल को पानी दे रहे हैं। अगले दो-तीन दिनों में बारिश की भी संभावना है। इससे नरमा को बड़ी राहत मिल जाएगी।

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