ऑनलाइन पढ़ाई से सुस्त हो रहे नौनिहाल, रखें इन बातों का विशेष ध्यान
आनलाइन पढ़ाई के कारण इन दिनों डॉक्टरों के पास बच्चों के सुस्त रहने अकसर थके-थके रहने सिरदर्द रहने मन न लगने या बोर होने जैसी शिकायतें आ रही हैं।
जेएनएन, बठिंडा। देशभर के तमाम स्कूलों में जहां पढ़ाई के दौरान बच्चों को कम से कम टीवी देखने और मोबाइल का प्रयोग न करने का पाठ पढ़ाया जाता था। यही बात स्कूलों में पेरेंट्स टीचर मीटिंग के दौरान शिक्षकों की ओर से बच्चों के अभिभावकों से कही जाती थी कि बच्चों को कम से कम टीवी देखने दें और मोबाइल फोन कतई न देखने दें। अपने बच्चों को मोबाइल फोन से दूर रखें, लेकिन कोरोना संक्रमण काल ने सबकुछ बदलकर रख दिया।
कोरोना संक्रमण के कारण दुनियाभर में बदले हालातों ने बच्चों को टीवी के नजदीक कर दिया और उनके हाथों में मोबाइल फोन देने के लिए मजबूर कर दिया है। डॉ. कशिश का कहना है कि इस समस्या का यही समाधान है कि स्क्रीन पर काम करते समय हर 20 मिनट के बाद वहां से अपना ध्यान हटाकर 20 सेकेंड के लिए 20 मीटर दूर देखें।
आंखों के डॉक्टरों के पास बढ़ने लगी मरीज बच्चों की संख्या
आई सर्जन डॉ. कशिश गुप्ता बताते हैं कि उनके पास आने वाले मरीजों में इन दिनों बच्चों की संख्या काफी बढ़ गई है। ज्यादा शिकायतें बच्चों के सुस्त रहने, अकसर थके-थके रहने, सिरदर्द रहने, मन न लगने या बोर होने की आ रही हैं। ऐसा स्क्रीन पर ज्यादा टाइम बिताने के कारण ही हो रहा है। बच्चे बाहर जा नहीं पा रहे। ज्यादा समय स्क्रीन पर बिताने से आंखों के स्नायुु थक जाते हैं।
ऐसे करें आनलाइन पढ़ाई
- आंखों को खोलें और बंद करें, ताकि आंखें गीली रहें
- स्क्रीन को अपनी आंखों के नीचे रखें
- थोड़ी-थोड़ी देर बाद गर्दन की एक्सरसाइज करें
- लगातार स्क्रीन पर काम न करें
- बच्चों की आनलाइन पढ़ाई खत्म होने के बाद परिजन उनके साथ समय व्यतीत करें
- बच्चों के साथ, लुड्डो, चेस, कैरम बोर्ड सहित अन्य बोर्ड गेम खेलें
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