Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अब ऑनलाइन ब्लड ग्रुप की डिटेल दिए बिना नहीं मिलेगा डीएल

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 01 Jan 2019 08:14 PM (IST)

    अगर आपको अब ड्राइ¨वग लाइसेंस बनवाना है तो उसके लिए ऑनलाइन फार्म भरते समय ब्लड ग्रुप की डिटेल देना लाजमी है, जिसके बिना ड्राइ¨वग लाइसेंस नहीं मिलेगा। ...और पढ़ें

    Hero Image
    अब ऑनलाइन ब्लड ग्रुप की डिटेल दिए बिना नहीं मिलेगा डीएल

    साहिल गर्ग, ब¨ठडा : अगर आपको अब ड्राइ¨वग लाइसेंस बनवाना है तो उसके लिए ऑनलाइन फार्म भरते समय ब्लड ग्रुप की डिटेल देना लाजमी है, जिसके बिना ड्राइ¨वग लाइसेंस नहीं मिलेगा। अगर फार्म भरते समय ब्लड ग्रुप के आप्शन को इग्नोर कर दिया जाता है तो फार्म को आगे रोक लिया जाता है, जिसमें पूरी डिटेल भरने के बाद भी फाइल आगे मूव होगी और लाइसेंस के लिए अपॉइंटमेंट मिलेगी। इसी कारण अब ड्राइ¨वग लाइसेंस बनवाने के लिए ब्लड ग्रुप वाला कॉलम भरना जरूरी हो गया है। अगर आप इस कॉलम को खाली छोड़ेंगे तो आपको अपॉइंटमेंट नहीं मिलेगी। ऐसे में अब हर आवेदक को ब्लड ग्रुप जानना अनिवार्य हो चुका है, जोकि लाइफ से¨वग है। इसको लेकर बीते दिनों सेंटर की एनआईसी ने ड्राइ¨वग लाइसेंस बनाने वाले सॉफ्टवेयर में बदलाव किया है। इसके लिए अभी मान्यता प्राप्त लेबोरेटरी की रिपोर्ट जरूरी नहीं की गई थी, जिसके चलते लोग खुद ही अपना ब्लड ग्रुप भर देते हैं। यहां तक कि कुछ लोग गलत जानकारी भी भर देते हैं। जिसके बाद अब एनआईसी से सॉफ्टवेयर में बदलाव हुआ है। अब हर आवेदक के ब्लड ग्रुप कॉलम को भरने के बाद ही अपॉइंटमेंट दी जा रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह होगा फायदा

    इमरजेंसी मेडिकल डॉक्टरों के मुताबिक कई बार एक्सीडेंट के दौरान मरीज के ड्राइ¨वग लाइसेंस के आधार पर ही ब्लड बैंक वालों को खून रिजर्व रखने के आदेश कर दिए जाते हैं। अगर ब्लड ग्रुप मैच हो जाता है तो जख्मी को तुरंत खून मुहैया हो जाता है, जिससे उसकी जान बच सकती है। इससे पहले अपॉइंटमेंट लेते समय लोग ब्लड ग्रुप वाला कॉलम खाली छोड़ देते थे।

    लोग भी समझें अपनी जिम्मेदारी

    लोगों को चाहिए कि डीएल के लिए अपॉइंटमेंट लेते समय सही ब्लड ग्रुप भरें। कुछ लोग ब्लड ग्रुप अंदाजे या फिर यू यानि अननोन भर देते हैं। लोगों को जिम्मेदारी समझ सही ब्लड ग्रुप ही कॉलम में भरना चाहिए, ताकि जरूरत होने पर सही ब्लड ग्रुप पता चले। इसको लेकर आरटीए सचिव ब¨ठडा उदयदीप ¨सह सिद्धू ने बताया कि ब्लड ग्रुप की जानकारी देना जरूरी है, जिसके बिना लाइसेंस नहीं मिल सकता। यहां तक कि लेबोरेट्री की रिपोर्ट भी अटैच की जानी चाहिए।