पंजाब में BKU और किसानों का सचिवालय पर धावा, धान खरीद शुरू न होने पर दी सड़कों पर उतरने की धमकी
पंजाब में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेतृत्व में किसानों ने धान की खरीद शुरू कराने के लिए सचिवालय का घेराव किया। किसान नेता राम सिंह भैणी बाघा ने सरकार पर किसानों को लूटने का आरोप लगाया। किसानों की चेतावनी के बाद प्रशासन ने खरीद शुरू करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि खरीद में कोई दिक्कत हुई तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।

धान की खरीद शुरू कराने के लिए किसानों ने किया सचिवालय का घेराव (फोटो: जागरण)
संवाद सहयोगी, मानसा। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने शुक्रवार को जिले की अनाज मंडियों में धान की बंद खरीद फिर से शुरू करने के लिए जिला प्रशासन और पंजाब सरकार को कड़े संकेत दिए है।
जिला कचहरी में धरने वाले स्थान से आगे होकर सचिवालय के मेन गेट पर धरना देकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी लगाए।
इस दौरान जत्थेबंदी के जिला अध्यक्ष राम सिंह भैणी बाघा ने कहा कि जब खेतों में धान लगाने का सीजन था, तो पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और अफसरशाही अपील करते थे कि किसान पानी बचाने के लिए अपने खेतों में देरी से धान लगाएं।
जिन किसानों ने सरकार की बात मानकर अपने खेतों में देरी से धान लगाया, उन्हें अब मंडियों में परेशान किया जा रहा है और सरकार ने मंडियों में पड़ी उनकी फसलों को लूटने के लिए बोली बंद कर दी है।
किसान नेता ने बताया कि जिले की दो दर्जन से अधिक अनाज मंडियों में धान की खरीद बिल्कुल बंद हो चुकी है और अधिकतर मंडियों में खरीद पूरी हो चुकी है।
किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान जब एक अधिकारी ने किसानों की इस मांग को नजरअंदाज करना शुरू किया तो जत्थेबंदी ने ऐलान किया कि किसान दोपहर डेढ़ बजे रेलवे लाइन पर बैठकर रेलवे ट्रैक जाम करेंगे, जिस पर प्रशासन ने तुरंत हरकत में आया।
एसडीएम काला राम कांसल,डीएसपी बूटा सिंह, थाना सिटी-2 इंचार्ज सिटी गुरतेज सिंह और डीएसएफसी मनदीप सिंह ने किसान नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया। काफी देर तक चली बैठक में अधिकारी इस बात पर सहमत हुए कि वे आज ही अनाज मंडियों में खरीद शुरू कर देंगे और सारा धान खरीद लिया जाएगा।
जिसका ऐलान डीएसएफसी मनदीप सिंह ने किसानों के धरने में पहुंचकर स्टेज से किया और भरोसा दिलाया कि बाकी धान की खरीद में कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। जिस पर किसानों ने रेल रोकने का फैसला कैंसिल करते सचिवालय के सामने धरना खत्म कर दिया और चेतावनी भी दी कि अगर बाकी धान की खरीद में कोई दिक्कत पैदा की गई तो किसान फिर से तीखे संघर्ष में कूद पड़ेंगे।
इस मौके पर भोला सिंह माखा, जगराज सिंह मानसा, भान सिंह बरनाला, जगसीर सिंह जवाहरके, कुलदीप सिंह चचोहर, मेजर सिंह गोबिंदपुरा, हरपाल सिंह मीरपुर, जगसीर सिंह दौदड़ा, जगदेव सिंह रल्ला ने भी संबोधित किया।

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