इस किसान संगठन ने शुरू किया जेल भरो आंदोलन, 28 किसानों ने दी गिरफ्तारी; क्या है उनकी मांगे?
बठिंडा में भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर ने गंदे पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन बिछाने के विरोध में जेल भरो आंदोलन शुरू किया है। महासचिव रण सिंह चट्ठा के नेतृत्व में 28 किसानों ने गिरफ्तारी दी। किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और गिरफ्तार किसान नेताओं की रिहाई की मांग की। उनका कहना है कि पाइपलाइन से किसानों को नुकसान होगा और वे इसका विरोध जारी रखेंगे।
जागरण संवाददाता, बठिंडा। जिले के गांव घसोखाना में गंदे पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन बिछाने के विरोध करने के अलावा गिरफ्तार किसान नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर ने जेल भरो आंदोलन शुरू कर दिया है। हर दिन अलग-अलग जिलों से किसान बठिंडा पहुंच कर अपनी गिरफ्तारियां दे रहे हैं।
मंगलवार को भी भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के महासचिव रण सिंह चट्ठा के नेतृत्व में 28 किसानों को गिरफ्तार किया गया।उन्होंने कहा कि जब तक गैस पाइपलाइन का काम बंद नहीं हो जाता और गिरफ्तार किसान नेता को रिहा नहीं किया जाता। तब तक किसान बठिंडा में विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
इससे पहले बीकेयू सिद्धूपुर ने मुख्यमंत्री भगवंत मान व अरविंद केजरीवाल का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में किसान जिला प्रबंधकीय परिसर पहुंचे और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसान पाइपलाइन के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग कर रहे थे।
बीकेयू सिद्धूपुर के महासचिव रण सिंह चट्ठा ने कहा कि मौड़ मंडी हलके के विधायक सुखबीर सिंह माइसरखाना गांव में जबरन पाइपलाइन बिछा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंदे पानी वाली यह गैस पाइपलाइन तकनीकी रूप से ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि इससे किसानों को नुकसान होगा, जिसके चलते बीकेयू सिद्धूपुर गैस पाइपलाइन का विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि गैस पाइपलाइन का विरोध कर रहे बीकेयू सिद्धूपुर के प्रदेश सीनियर उपाध्यक्ष काका सिंह कोटड़ा, जिला अध्यक्ष बलदेव सिंह संदोहा, महासचिव रेशम सिंह यात्री समेत करीब 60 किसानों को जेल में बंद कर दिया गया है। उन्होंने मांग की कि गिरफ्तार किसानों को तुरंत और बिना शर्त रिहा किया जाए और गैस पाइपलाइन बिछाने का काम रोका जाए।
पुतला जलाने के बाद किसानों ने सड़क जाम कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने किसानों को गिरफ्तार कर लिया।क्या है मामलामौड़ मंडी शहर में सीवेज की बड़ी समस्या है। लोकसभा चुनाव के दौरान मौड़ मंडी के लोगों ने न केवल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का विरोध किया था, बल्कि मौड़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक की भी आलोचना की थी। अब मौड़ मंडी शहर के गंदे पानी को पाइप लाइन के माध्यम से लसारा नाले में डालने की योजना बनाई गई है।
यह पाइपलाइन मौड़ मंडी से घसोखाना गांव के लसाड़ा नाले तक जाएगी। कहा जा रहा है कि पाइपलाइन बिछाने से मौड़ मंडी में सीवेज की समस्या हल हो जाएगी। लेकिन दूसरी ओर घसोखाना के लोग पाइपलाइन बिछाने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस अपशिष्ट जल पाइपलाइन को गांव से होकर नहीं बिछाया जाना चाहिए।
शिरोमणि अकाली दल व कांग्रेस पार्टी पहले ही किसानों के पक्ष में सामने आ चुकी है। उल्लेखनीय है कि पहले मौड़ मंडी का सीवरेज का पानी मंडी कलां में आता था, लेकिन कुछ समय पहले पाइप लाइन टूट गई और उसे दोबारा जोड़ने का कोई प्रयास नहीं किया गया।
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