बठिंडा: पराली की आग से 'धुंध' में डूबा शहर, अब तक 61 लोगों पर केस दर्ज
बठिंडा में पराली जलाने की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। अब तक कुल 61 मामले सामने आए हैं, और अधिकारियों ने उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।

बठिंडा में पराली जलाने के 61 मामले हुए (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, बठिंडा। बठिंडा में पराली जलाने की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बुधवार को एक बार फिर 19 जगहों पर पराली को आग लगाई गई।
ऐसे में अब बठिंडा में पराली जलाने के कुल 61 मामले हो गए हैं। जबकि इससे पहले भी सोमवार को एक ही दिन में 19 जगहों पर पराली को आग लगाई थी।
हालांकि प्रशासनिक अधिकारी गांवों में जाकर किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक कर रहे हैं। मगर इसके बाद भी किसान अधिकारियों के दौरे को अनदेखा कर पराली को आग लगा रहे हैं।
अगर यही हालात रहे तो आने वाले दिनों में पराली जलाने के मामले ओर भी बढ़ेंगे। दूसरी तरफ पराली को लगातार आग लगाए जाने से प्रदूषण का लेवल भी बिगड़ रहा है।
शाम होते ही पराली का धुआं आसमान में धुएं का गुबार बना लेता है, जिस कारण सड़कों पर चलने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है।
वहीं डाक्टर ऐसे मौसम में लोगों को रोजाना सैर से परहेज करने के अलावा मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं। अधिकारियों की माने तो जो किसान खेतों में पराली को आग लगा रहे हैं, उन पर कार्रवाई करने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को लिख दिया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।