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    Bathinda: विधायक कोटफत्ता की बढ़ सकती है मुश्किलें, FIR में शिकायतकर्ता ने कहा: आरोप विधायक ने मांगे थे पैसे

    बठिंडा देहात विधानसभा क्षेत्र आप के विधायक इंजी अमित रतन कोटफत्ता के करीबी व पर्सनल पीए रिशम गर्ग को चार लाख रुपये की रिश्वत समेत विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा द्वारा गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद आप के विधायक अमित रत्तन कोटफत्ता विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गए है।

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Fri, 17 Feb 2023 08:08 PM (IST)
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    विधायक कोटफत्ता की बढ़ सकती है मुश्किलें, FIR में शिकायतकर्ता ने कहा: आरोप विधायक ने मांगे थे पैसे

    बठिंडा, जागरण संवाददाता । बठिंडा देहाती विधानसभा क्षेत्र आम आदमी पार्टी के विधायक इंजी अमित रतन कोटफत्ता के करीबी व पर्सनल पीए रिशम गर्ग को चार लाख रुपये की रिश्वत समेत विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा द्वारा गिरफ्तार किया गया है।

    इसके बाद आप सरकार व उसके विधायक अमित रत्न कोटफत्ता विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गए है। वहीं विजिलेंस विभाग की तरफ से मामले में शिकायतकर्ता की तरफ से आरोपित बताए दो लोगों में से केवल एक के खिलाफ की गई कार्रवाई पर भी विपक्षी पार्टी के नेताओं ने कई सवाल खड़े करने शुरू कर दिए है।

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    शिकायतकर्ताओं ने कहा पांच लाख की मांगी थी रिश्वत 

    वहीं शुक्रवार को कांग्रेस, भाजपा समेत शिअद के नेताओं ने एसएसपी विजिलेंस से मुलाकात कर विधायक के खिलाफ भी मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग उठाई। विपक्षी नेताओं ने कहा कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में साफ तौर पर विधायक द्वारा उनसे पांच लाख रुपये रिश्वत मांगने के आरोप लगाएं है, लेकिन आप सरकार अपने विधायक को बचाने के लिए पूरे प्रयास कर रही है, जबकि भगवंत मान सरकार अपने आप को ईमानदार सरकार बताती है। विपक्षी नेताओं ने मांग कि अगर आप सरकार ईमानदार है, तो भ्रष्टाचार में शामिल अपने विधायक पर कार्रवाई करे।

    रशिम गर्ग को 20 फरवरी तक की रिमांड पर भेजा 

    वहीं दूसरी तरफ विधायक अमित रत्न कोटफत्ता ने वीरवार देर शाम को एक वीडियो जारी कर अपने आप को बेकसूर बताया था और उन्हें एक राजनीतिक साजिश के तहत झूठे केस में फंसाने की बात कही थी। उन्होंने यह भी कहा कि रशिम गर्ग उनका पीए नहीं है।

    वहीं विजिलेंस ब्यूराे की टीम ने शुक्रवार दोपहर बाद रिशम गर्ग को अदालत में पेश किया। जहां पर अदालत ने उसे 20 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेजा है, ताकि पूछताछ की जा सके। वहीं एसएसपी विजिलेंस ब्यूरो हरपाल सिंह का कहना है कि मामले में विधायक का कोई रोल है या नहीं इसका पता जांच करने के बाद ही चलेगा। फिलहाल विजिलेंस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।

    महिला सरपंच के पति ने कहा कि विधायक ने मांगी थी रिश्वत

    विजिलेंस विभाग की तरफ से विधायक के करीबी व पर्सनल पीए रिशम गर्ग निवासी समाना जिला पटियाला के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा में एफआईआर दर्ज की है। विजिलेंस की एफआईआर में शिकायतकर्ता प्रीतपाल सिंह उर्फ काका ने सीधे तौर पर विधायक अमित रत्न कोटफत्ता पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाएं है। एफआईआर में स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि मामले में आप विधायक अमित रतन ने उससे पैसों की मांग की थी व अग्रिम तौर पर पर्सनल पीए रिशम गर्ग के मार्फत 50 हजार रुपये भी दिए थे।

    एफआईआर में विधायक का नाम आने पर भी नहीं हो रही कार्रवाई

    वहीं तय पांच लाख में से बाकी की राशि देने का वादा किया था। यहीं नहीं इस मामले में एक नंबरदार गुरदास सिंह को नंबरदारी दिलवाने के नाम पर भी ढाई लाख रुपये की राशि वसूलने का एफआईआर में जिक्र किया गया है। इस संबंध में शिकायतकर्ता ने विजिलेंस के पास दावा किया है कि पैसे मांगने व काम नहीं होने देने के संबंध में उसके पास रिकार्डिंग भी है। फिलहाल विजिलेंस की तरफ से दर्ज प्राथमिक रिपोर्ट में बार-बार विधायक का नाम आने के बावजूद उसके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं करने को लेकर विपक्ष ने मोर्चा खोला है।

    विधायक पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग उठाई

    गौरतलब है कि वीरवार शाम की गई कार्रवाई में आप की सरकार ने विधायक अमित रतन की गिरफ्तारी व कार्रवाई से पूरी तरह से इनकार कर दिया है, लेकिन शिकायतकर्ता गांव घुद्दा की महिला सरपंच सीमा रानी के पति प्रितपाल कुमार अभी भी अपनी बात पर अड़े हुए हैं। उनका अभी भी यही कहना है कि विधायक ने उनसे पैसों की मांग की थी। उनके कहने पर उन्होंने रिशम गर्ग को पैसे दिए थे। उन्होंने विजिलेंस की कार्रवाई पर अंसतुष्टि जताते हुए विधायक पर मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग उठाई है।

    नहीं हुई कार्रवाई तो लेंगे अदालत का सहारा 

    उन्होंने कहा कि विधायक अमित रतन और उनकी रिकॉर्डिंग भी विजिलेंस अधिकारियों को उपलब्ध कर दी गई। उन्होंने कहा कि अभी तक विधायक अमित रतन के खिलाफ विजिलेंस विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अगर विधायक के खिलाफ अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वह आने वाले दिनों में संघर्ष करेंगे और अदालत का सहारा लेंगे।