बठिंडा मिलिट्री स्टेशन फायरिंग: 12 सैन्य कर्मियों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी, पुलिस को संदिग्ध लगे बयान
बठिंडा के मिलिट्री स्टेशन में चार दिन पहले 4 जवानों की बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में पंजाब पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। पुलिस ने 12 सैन्य कर्मियों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है।
बठिंडा, जागरण संवाददाता। बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में 80 मीडियम रेजिमेंट के चार जवानों की हत्या के मामले में पुलिस ने कैंट के 12 जावानों का नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया है। एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि उक्त मामले में कुछ जावानों की भूमिका और बयान संदिग्ध लग रहे हैं, जिसके चलते उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
एसएसपी खुराना ने बताया कि इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस और सेना विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। पुलिस घटनास्थल को जाने वाले सभी रास्तों और सेना छावनी के गेटों पर लगे सभी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगालने में जुटी हुई है। वहीं पुलिस की कुछ टीमें इस घटना की टेक्नीकल जांच भी कर रही हैं, ताकि हमलावरों के बारे में कोई ठोस सबूत मिल सके।
कैंट में बाहर से नहीं आया कोई संदिग्ध!
सूत्रों की माने तो पुलिस विभाग ने बठिंडा कैंट के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया है। लेकिन फुटेज में अभी तक किसी संदिग्ध व्यक्ति के कैंट क्षेत्र में दाखिल होने का पता नहीं चला है। ऐस में पुलिस अब यही मान रही है कि इस वारदात को बठिंडा कैंट के अंदर रहने वाले लोगों में से ही किसी ने अंजाम दिया है।
आपसी रंजिश की भी हो रही जांच
बेशक घटना के चार दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक हमलावरों को कोई सुराग नहीं लगा है, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस मामले को सुलझा लिया जाएगा। वहीं, सेना के सिविलियन व एमईएस विंगों में तैनात कर्मियों का डाटा भी जुटाया जा रहा है। सेना के अधिकारी इस मामले को आपसी रंजिश मानकर भी जांच कर रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतक जवानों के साथ ड्यूटी करने वाले जवानों से भी पूछताछ की जा रही है। मिलिट्री पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि मरने वाले जवानों का हाल-फिलहाल किसी से झगड़ा तो नहीं हुआ था। वहीं यह भी देखा जा रहा है कि उनकी किसी से रंजिश तो नहीं थी। मिलिट्री पुलिस यह पता लगाने में जुटी हुई है कि वारदात से 2 दिन पहले गायब हुई इंसास राइफल कौन ले गया।
हमलावरों ने कुर्ता-पायजामा पहना हुआ था
यह बात इसलिए अहम है, क्योंकि सेना के अधिकारी ने शक जताया कि 4 जवानों की हत्या में इसी इंसास राइफल का इस्तेमाल हो सकता है। शुरुआती जांच में पता चला कि जवानों को इंसास राइफल से गोलियां मारी गई। पुलिस को मौके से इसके 19 खाली खोल बरामद हुए। गोली मारने वाले 2 लोग सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर आए थे और मुंह ढका हुआ था।