बठिंडा में फेस्टिवल सीजन से पहले बाजार तैयार, लेकिन ऑनलाइन बिक्री से दुकानदार परेशान
श्राद्ध पक्ष के चलते बठिंडा के बाजारों में मंदी छाई हुई है। लोग धार्मिक कार्यों में व्यस्त हैं जिससे खरीदारी कम हो रही है। व्यापारी नवरात्र में रौनक लौटने की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन ऑनलाइन बिक्री से उन्हें चिंता है। मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक्स और कपड़ा व्यवसायों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है।

जागरण संवाददाता, बठिंडा। श्राद्ध पक्ष शुरू होते ही बाजारों में खरीदारी में सुस्ती देखी जा रही है। लोग धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा-पाठ में व्यस्त हैं, जिस कारण व्यापार पर असर पड़ा है। व्यापारियों का कहना है कि श्राद्ध के दौरान सामान्यत: लोग नए सामान की खरीदारी से परहेज करते हैं। इससे बाजारों में ग्राहकों की आवाजाही कम हो जाती है। हालांकि, व्यापारी श्राद्ध पक्ष खत्म होने के बाद नवरात्र पर्व पर बाजारों में रौनक होने को लेकर उत्साहित हैं। बेशक बाजार में व्यापारियों ने त्योहारी सीजन को लेकर पूरी तैयारी की है।
अलग-अलग सेगमेंट के दुकानदार ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक आफर भी दे रहे हैं। अगर मोबाइल मार्केट की बात की जाए तो यहां पर नए मोबाइल की खरीद पर कुछ गिफ्ट्स दिए जा रहे हैं। वहीं आईटी सेक्टर में गिफ्ट्स के अलावा कैशबैक, स्क्रैच कार्ड आदि जैसे आफर दिए जा रहे हैं। इसके अलावा इलेक्ट्रानिक्स का बाजार त्योहारों के दिनों में काफी गर्म रहता है। लेकिन ऑनलाइन सामान सस्ता मिलने के कारण दुकानदार काफी परेशान हैं।
ऑनलाइन बिक्री ने मोबाइल, आईटी सेक्टर व इलेक्ट्रानिक्स के व्यापार को काफी नुकसान पहुंचाया है। इसको लेकर दुकानदारों का कहना है कि अगर कंपनियां सभी जगह पर एक ही दाम रखें तो बाजार में दुकानदार भी मुकाबले में आ सकता है। लेकिन अब ऑनलाइन लगाई जाने वाली सेल का लोग इंतजार कर रहे हैं, जिस कारण बाजार सुनसान पड़े हैं। दूसरी तरफ नवरात्र में देवी पूजन और विशेष धार्मिक आयोजनों के चलते बाजारों में काफी रौनक होती है। इसे देखते हुए दुकानदारों ने अभी से त्योहारी सीजन की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
कई दुकानदारों ने बताया कि वे इस बार नया स्टाक मंगा रहे हैं और ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विशेष छूट व आफर्स भी तैयार कर रहे हैं। व्यापारियों का मानना है कि नवरात्र के साथ ही त्योहारी सीजन की शुरुआत हो जाएगी, जिससे बाजार में तेजी आने की संभावना है। दीवाली के पहले ऑनलाइन शापिंग ने स्थानीय व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है। व्यापारियों ने बताया कि ऑनलाइन व्यापार से हर व्यापार को नुकसान हो रहा है।
केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लगातार टैक्स लगाए जा रहे है, लेकिन हमारा टर्नओवर गिरता जा रहा है, जिसका मुख्य कारण ऑनलाइन शापिंग का होना है। व्यापारियों ने बताया कि मोबाइल से लेकर कपड़ा व्यवसाय तक ऑनलाइन शापिंग से लाखों का नुकसान झेल रहा है। इसी तरह हार्डवेयर सहित मेडिकल व्यवसाय भी प्रभावित हुआ है। ऑनलाइन शापिंग के बढ़ते चलन के कारण नगर सहित छोटे कस्बों से खरीदारों की चहल-पहल करीब खत्म सी हो गई है। अधिकतर लोग ऑनलाइन शापिंग को तवज्जो दे रहे है।
इससे व्यापारियों को आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। ऑनलाइन शापिंग पर मिलने वाला डिस्काउंट भ्रमित करने वाला है। वहीं ठगी के शिकार होने की संभावना भी रहती है। अब त्योहारी सीजन शुरू होने वाला है। ऐसे में ग्राहकों की दुकानों से दूरी चिंता का विषय है।
वहीं, विभिन्न व्यवसायों से संबंधित दुकानदारों की संख्या सैकड़ों में है, लेकिन हर दुकानदार आर्थिक मंदी सहित टर्नओवर की कमी से जूझ रहा है। सबसे ज्यादा असर मोबाइल, कपड़ा, फुटवीयर, फर्नीचर और इलेक्ट्रानिक सामानों के व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। त्योहारों के सीजन में ग्राहकों के लिए कितना स्टाक कर रखें यह तय नहीं हो पा रहा है।
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