बठिंडा विस्फोट मामला: जीदा में घर सील, रासायनिक पदार्थों को नष्ट करने में जुटी सेना और बम निरोधक टीमें
बठिंडा के गांव जीदा में हुए दो विस्फोटों की जांच जारी है। पुलिस ने सेना की मदद से घर को सील कर दिया है और रासायनिक बम सामग्री को नष्ट करने की प्रक्रिया चल रही है। घटनास्थल पर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है क्योंकि घर में पाया गया रासायनिक पदार्थ खतरनाक था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता,बठिंडा। जिले के गांव जीदा में हुए दो विस्फोटों की जांच आज भी तेजी से जारी रही। पुलिस ने घर को तीन-स्तरीय सुरक्षा के साथ सील कर दिया है और सेना की मदद से रासायनिक बम सामग्री को सुरक्षित रूप से नष्ट करने की प्रक्रिया लगातार जारी है।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल को 'सैनिटाइज़' करने से पहले सभी खतरनाक अवशेषों का ध्यान रखा जा रहा है। सूत्रों अनुसार घटनास्थल पर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है, क्योंकि घर में पाया गया रासायनिक पदार्थ खतरनाक था।
बचाव अभियान के दौरान घर के बाहर मिट्टी से भरे बैग इकट्ठा करके, तत्काल निकासी और प्लास्टिक टोआ बेल्ट जैसी सुरक्षात्मक सामग्री का उपयोग करके रसायन को रोकने और नष्ट करने का प्रयास किया गया।
बाधाओं को दूर करने के लिए सेना और बम निरोधक (ईओडी) टीमों को बुलाया गया। अत्यधिक विशिष्ट टीमों ने रोबोटिक सहायता और नियंत्रित विधियों का उपयोग करके पदार्थ को सौम्य और सुरक्षित तरीके से नष्ट किया जा रहा है।
पुलिस के अनुसार कम तीव्रता वाले नियंत्रित विस्फोटों के दौरान स्थानीय टीमों और सेना के विशेषज्ञों की आवश्यकता थी। अभियान के दौरान आगे किसी भी नुकसान को रोकने के लिए एक बड़ा घेरा बनाए रखा गया और निवासियों को स्थानीय स्तर पर सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया। यह निर्णय लिया गया कि सेना के आकलन और फॉरेंसिक रिपोर्ट आने तक, पुलिस घटनास्थल को 'सैनिटाइज्ड' घोषित नहीं करेगी।
जांच के परिणामों और कट्टरपंथी सामग्री की संभावित बरामदगी के संबंध में, पुलिस ने कहा है कि आरोपित ने ऑनलाइन माध्यमों से खतरनाक रसायन खरीदे थे और उसकी तस्वीरों व संदेशों से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वह ऑनलाइन माध्यमों से कट्टरपंथी सामग्री भी देख रहा था। इन तलाशियों के मूल अभिलेखों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है।
एसएसपी ने लोगों से स्थिति के बारे में अटकलें न लगाने और झूठी खबरें न फैलाने का आग्रह किया है और कार्रवाई करने के लिए पुलिस-सैन्य टीमों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने की बात कही है। आरोपित को अस्थाई रूप से रिमांड पर लिया गया है और अगले चरण के लिए उसकी अदालत में उपस्थिति तय की जाएगी।
रासायनिक पदार्थों को नियंत्रित तरीके से नष्ट किया जा रहा है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार यह घटना बीती 10 सितंबर को दिन में कम से कम दो बार अलग-अलग समय पर हुई, जिसमें 19 वर्षीय गुरप्रीत सिंह और उनके पिता जगतार सिंह घायल हो गए थे। दोनों को इलाज के लिए एम्स बठिंडा भेजा गया। पुलिस ने आरोपित गुरप्रीत सिंह के खिलाफ विस्फोटकों के आयात निर्माण का मामला दर्ज किया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।