बठिंडा सेंट्रल जेल से एक कैदी दीवार फांदकर फरार, पंजाब सरकार ने गठित की SIT; जेल कर्मचारियों पर क्यों शक?
बठिंडा सेंट्रल जेल से एक कैदी के फरार होने के मामले में पंजाब सरकार ने एसआईटी का गठन किया है।पूछताछ में पता चला कि तिलक राज दीवार फांदकर भागा था। उसने कुछ जेल कर्मचारियों के नाम भी बताए हैं जिनकी जांच की जा रही है। तिलक राज को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था। जेल विभाग ने भी मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल बनाया है।

जागरण संवाददाता, बठिंडा। पंजाब सरकार ने बठिंडा सेंट्रल जेल से फरार कैदी के मामले में एक विशेष जांच कमेटी (एसआईटी) का गठन किया है। पुलिस की अब तक की शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि आरोपित तिलक राज बठिंडा सेंट्रल जेल की दीवार फांदकर फरार हुआ था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार उसने अपने फरार होने के मामले में पुलिस को कुछ जेल कर्मचारियों के नाम भी बताए हैं। यही वजह है कि आने वाले दिनों में कुछ जेल कर्मचारियों पर भी गाज गिर सकती है। पहले यह पता नहीं चल पाया था कि हवालाती तिलक राज जेल से कैसे फरार हुआ।
पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वह जेल में आई सामान ले जाने वाली गाड़ी में छिपकर फरार हुआ होगा, लेकिन अब पुलिस की शुरुआती पूछताछ में आरोपित ने जेल की दीवार फांदकर फरार होने की बात कबूल कर ली है। बठिंडा पुलिस ने उसे राजस्थान स्थित उसके पैतृक गांव से गिरफ्तार किया और वहां उसकी रिमांड खत्म होने के बाद उसे वापस बठिंडा जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस मामले में आने वाले दिनों में कई लोगों पर गाज गिर सकती है, जबकि जेल अधीक्षक सुखराज सिंह का तबादला पहले ही हो चुका है। इस संबंध में डीएसपी (सिटी 2) सरबजीत सिंह बराड़ ने बताया कि आरोपित तिलक राज दीवार फांदने का एक्सपर्ट है, क्योंकि वह अक्सर चोरी करते समय घरों की ऊंची दीवारें फांद लेता था।
उन्होंने बताया कि आरोपित जेल की दीवार फांदकर फरार हुआ था, जिसे गंगानगर (राजस्थान) से गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर एक दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया, जिसके बाद उसे वापस बठिंडा जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपित ने भागने के मामले में कुछ जेल कर्मचारियों के नाम बताए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
वहीं फरार हवालाती के मामले की जांच के लिए जेल विभाग ने एक विशेष जांच दल का गठन किया है। मामले की जांच के लिए एडीजीपी (जेल) अरुणपाल सिंह ने विभाग के आईजी रूप कुमार अरोड़ा के नेतृत्व में डीआईजी (एच) मनमोहन शर्मा, डीआईजी सतवीर अटवाल और एसपी कंवर वीर प्रताप सिंह की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया है।
उन्होंने कहा कि मामला बेहद गंभीर है। एसआईटी की रिपोर्ट जेल विभाग को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब की सबसे हाई सिक्योरिटी जेल से कैदी के फरार होने का मामला बेहद गंभीर है, जिसमें किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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