दीवाली में नवजात बच्चों के लिए बठिंडा एम्स की बड़ी सौगात, NICU बेड 9 से बढ़कर हुए 20
बठिंडा एम्स ने दिवाली पर एनआईसीयू में बिस्तरों की संख्या 9 से बढ़ाकर 20 कर दी है। यह विस्तार मालवा क्षेत्र में नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करेगा। इसका उद्देश्य गंभीर रूप से बीमार नवजात शिशुओं को व्यापक देखभाल प्रदान करना है। माताओं को शिशु की देखभाल में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा, जिससे मातृ-शिशु संबंध सुदृढ़ होंगे और मृत्यु दर कम होगी।

एम्स ने नवजात शिशु देखभाल के लिए एनआईसीयू सुविधाओं का विस्तार किया (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, बठिंडा। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बठिंडा के नवजात शिशु विज्ञान विभाग ने दीवाली के पावन अवसर पर अपने नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) को 9 से बढ़ाकर 20 बिस्तरों तक किया है। जो मालवा और आसपास के क्षेत्र में नवजात शिशु स्वास्थ्य सेवा को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह महत्वपूर्ण उपलब्धि एम्स बठिंडा के निदेशक प्रो. डा. रतन गुप्ता के दूरदर्शी नेतृत्व का प्रमाण है, जिनकी मातृ एवं नवजात शिशु देखभाल को बेहतर बनाने के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता ने इस पहल को अवधारणा से वास्तविकता तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस विस्तार में एक समर्पित मातृ-नवजात गहन चिकित्सा इकाई और एक विस्तार इकाई की स्थापना शामिल है। जिसे गंभीर रूप से बीमार नवजात शिशुओं के लिए व्यापक, करुणामय और परिवार-केंद्रित देखभाल प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। माताओं को अपने नवजात शिशुओं की देखभाल में सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर प्रदान करेगा, जो एक परीक्षित माडल है जो मातृ-शिशु संबंध, स्तनपान को बढ़ावा देता है और नवजात मृत्यु दर को कम करता है।
बढ़ी हुई क्षमता अत्यंत समय से पूर्व जन्मे नवजात शिशुओं, अत्यंत कम वजन वाले नवजात शिशुओं, शल्य चिकित्सा और सिंड्रोम वाले नवजात शिशुओं आदि की देखभाल संभव बनाएगी और बिस्तरों की कमी के कारण होने वाले रेफरल को रोकेगी। यह एकीकृत देखभाल माडल यह सुनिश्चित करता है कि मां और शिशु दोनों को एक ही सुविधा में निर्बाध उपचार मिले, जिससे संकट के समय परिवारों पर बोझ कम हो।
यह पहल डीन अकादमिक प्रो. डॉ. अखिलेश पाठक, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. डॉ. राजीव कुमार गुप्ता, उप निदेशक प्रशासन कर्नल राजीव सेन राय, विभागाध्यक्ष प्रसूति एवं स्त्री रोग एम्स बठिंडा प्रो. डा. लज्जा देवी गोयल के निरंतर प्रशासनिक नेतृत्व और समर्थन के बिना संभव नहीं होती। इस विस्तार को सफल बनाने में उनका अटूट समर्पण और सहयोगात्मक प्रयास महत्वपूर्ण रहे।
सहायक प्रोफेसर नियोनेटोलाजी विभाग डा. मनीष स्वामी और डॉ. रमनदीप कौर पूरी नेतृत्व टीम को उनकी रणनीतिक दृष्टि और समर्थन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। उनका सामूहिक प्रयास एम्स बठिंडा के साक्ष्य-आधारित, अत्याधुनिक नवजात देखभाल प्रदान करने और क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा परिवर्तन का नेतृत्व करने के मिशन की पुष्टि करता है।
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