ट्रेन पर सवार होने के लिए पटरी पर खड़े होते हैं यात्री
--अपडेट--प्लेटफार्म की जगह पटरियों पर खडे होकर यात्री पकड़ रहे रेलगाड़ी--अपडेट--प्लेटफार्म की जगह पटरियों पर खडे होकर यात्री पकड़ रहे रेलगाड़ी--अपडेट--प्लेटफार्म की जगह पटरियों पर खडे होकर यात्री पकड़ रहे रेलगाड़ी--अपडेट--प्लेटफार्म की जगह पटरियों पर खडे होकर यात्री पकड़ रहे रेलगाड़ी
संवाद सहयोगी, बरनाला : रेलवे स्टेशन बरनाला में मात्र एक ही प्लेटफार्म होने के कारण रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन आने जाने वाले सैकड़ों यात्रियों की भीड़ एक ही प्लेटफार्म पर एकत्रित हो जाती है, जिसके चलते कई बार रेलगाड़ी में देरी से होने वाले क्रास से यात्री रेलगाड़ी पर चढ़ने के लिए प्लेटफार्म को ओवरब्रिज की बजाय ऐसे ही पार कर दूसरी रेल पटरियों पर खड़े होकर रेलगाड़ी का इंतजार करते हैं व जान जोखिम में ड़ाल रेलगाड़ी पर चढ़ते हैं।
रेलवे स्टेशन बरनाला पर यात्री देरी से स्टेशन पर पहुंच जान की परवाह न करते प्लेटफार्म पर भाग रेलगाड़ी को पीछे से पकड़ते है, ऐसे में कई यात्री चोटिल भी हो जाते है। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को रोकने के लिए न तो आरपीएफ के जवान तैनात होते है, और न तो जीआरपी के जवान तैनात होते हैं।
अमृतसर में हुए रेल हादसे ने बेशक पूरे देश झकझोर दिया, परंतु रेलवे विभाग के अधिकारी व रेलवे विभाग बरनाला फिर भी सोया हुआ है। इस बारे में रेलवे के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने इसके लिए यात्री को ही जिम्मेदार ठहराया। जबकि रेलवे स्टेशन बरनाला से प्रतिदिन 24 रेलगाड़ियां आती जाती हैं। जिसमें से 12 यात्री गाड़ी हैं। जिसमें 4 पैसेंजर, 8 इंटरसिटी व एक्सप्रेस में शामिल हैं। इसके अलावा दिन भर में कई मालगाड़ियां भी गुजरती हैं। इस बारे में स्टेशन मास्टर बरनाला तरूण श्रीवास्तव ने कहा कि यात्री को जब अपनी परवाह नही है, तो वह रेलवे स्टेशन पर किस किस को रोके। उन्होने कहा कि उनकी तरफ से दो नंबर प्लेटफार्म पर रेलगाड़ी की घोषणा ही नहीं होती है। नहीं दिखा कोई सुरक्षा कर्मी
श्री गंगानगर से अंबाला जाने वाली रेलगाड़ी 54758 के दोपहर साढ़े 4 के समय स्टेशन का दौरा किया, तो वह पर प्लेटफार्म क्रास कर रहे यात्रियों की सुरक्षा व उन्हे रोकने के लिए कोई भी आरपीएफ का जवान तैनात नही था, बेशक जीआरपीएफ के दो जवान तैनात थे। इस संबंध में बात करने पर जीआरपी के चौकी इंचार्ज प्रताप ¨सह ने कहा कि बरनाला चौकी में 11 जवानों तैनात हैं, 6 जवान कम है। कल रात ही वह तपा सारी रात ड्यूटी देकर आए है, ऐसे में चौकी में भी एक आदमी जरूरी है, माल गोदाम में एक, सम्मान के लिए व कोर्ट केस के लिए एक जवान, तपा के लिए एक जवान तैनात होने के कारण रेलवे स्टेशन पर कम पड़ जाते हैं।