राज्य की खरीद एजेंसियां हड़ताल पर, नहीं हो पाई गेहूं की खरीद
गेहूं के दाने 20 प्रतिशत डैमेज होने के कारण व केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार गेहूं की खरीद न होने से परेशान स्टेट वेयर हाउस पनसप मार्कफेड वेयर हाउस ...और पढ़ें

सुरेश शर्मा, बरनाला : गेहूं के दाने 20 प्रतिशत डैमेज होने के कारण व केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार गेहूं की खरीद न होने से परेशान स्टेट वेयर हाउस, पनसप, मार्कफेड, वेयर हाउस, पनग्रेन व अन्य खरीद एजेंसियों ने मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी हैं। जिले की सभी 95 खरीद मंडियों और 62 अस्थायी यार्डों में दिनभर किसान खरीदारों का इंतजार करते रहे लेकिन सरकारी एजेंसी के अधिकारी व कर्मचारी बोली लगाने नहीं आए। पंजाब खरीद एजेंसियों की सांझी तालमेल कमेटी के प्रधान विनय कुमार, वरिष्ठ उप प्रधान हरमनदीप सिंह थिद, जसबीर सिंह, ज्वाइंट सचिव हरप्रीत सिंह चहल, महासचिव गगनदीप सिंह सेखों, गुरविदर सिंह सिद्धू, नवजोत सिंह, सुखराज सिंह, सतीश कुमार, सुखचैन सिंह, एसपी सिंह, आकाश वर्मा का कहना है कि वे केंद्र सरकार पर नियम बदलने का दबाव बना रहे हैं। इसके चलते उन्होंने यह हड़ताल की है।
जिले में अब तक 68,615 टन गेहूं मंडियों में आ चुकी है और 27,725 टन गेहूं की खरीद कर ली गई है लेकिन पनग्रेन, वेयरहाउस, मार्कफेड ने मंगलवार को खरीद बंद कर दी। पनग्रेन के खरीद इंस्पेक्टर प्रीत महेंद्र सिंह ने कहा कि इस बार ज्यादा गर्मी से गेहूं की क्वालिटी कम हुई है। गेहूं में डैमेज 20 प्रतिशत तक है। गेहूं का दाना गर्मी के कारण विकसित नहीं हो सका। एफसीआइ के नियमों के अनुसार अगर डैमेज छह प्रतिशत तक हो तो इसे खरीदा जा सकता है लेकिन यह डैमेज ज्यादा होने के कारण अब एफसीआइ ने इसे खरीदने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर पंजाब की एजेंसी गेहूं खरीद लेती है और केंद्र इसे खरीदने से मना कर दे तो समस्या खड़ी हो सकती है इसीलिए उन्होंने हड़ताल की है। किसान नेता दर्शन सिंह ने कहा कि किसान पहले ही गेहूं की पैदावार 25 प्रतिशत कम होने के चलते परेशान हैं। अब यह नई समस्या पैदा हो गई है।

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