Social Media Effect: इंटरनेट मीडिया बढ़ा रहा पैरेंट्स की टेंशन, गलत इस्तेमाल से बच्चें इन रोगों का हो रहे शिकार, बरतें सावधानी
इंटरनेट के इस्तेमाल में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है जोकि समाज के लिए बड़ी व गंभीर चुनौती है। इस संबंधी ताजा सर्वेक्षण में देश के 40 प्रतिशत से ज्यादा मां-बाप का मानना है कि उनके बच्चों इंटरनेट मीडिया का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल युवाओं व बच्चों में मानसिक विकार पैदा कर रहा है। आज करीब 60 प्रतिशत युवा इंटरनेट मीडिया के नशे के शिकार हो चुके है।

मनीश गुप्ता, बरनाला। आजकल विश्व भर में विज्ञान दिन-ब-दिन तरक्की कर रहा है। विज्ञान की नई-नई खोजों ने लोगों की जिंदगी को बहुत हद तक आसान भी किया है। मगर उनका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल कहीं ना कहीं मनुष्य के लिए घातक भी सिद्ध हो रहा है। आर्थिक तथा सभ्याचारक गतिशीलता को महत्वपूर्ण रूप में प्रभावित किया है।
आज के करीब 60 प्रतिशत युवा इंटरनेट मीडिया के नशे के शिकार हो चुके है। इंटरनेट के इस्तेमाल में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जोकि समाज के लिए बड़ी व गंभीर चुनौती है। इस संबंधी ताजा सर्वेक्षण में देश के 40 प्रतिशत से ज्यादा मां-बाप का मानना है कि उनके बच्चों इंटरनेट मीडिया का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल युवाओं व बच्चों में मानसिक विकार पैदा कर रहा है।
इंटरनेट के कारण बच्चों मानसिक रोगों के हो रहे शिकार
प्रसिद्ध समाजसेवी राजिंदर गार्गी ने कहा कि इंटरनेट मीडिया के ज्यादा इस्तेमाल करने की वजह से आजकल बच्चे व युवा मानसिक रोगों का शिकार हो रहे है। उनमें तनाव, चिंता व उदासी बढ़ती जा रही है। साथ ही आत्मविश्वास, ध्यान व अच्छी नींद की कमी भी होती जा रही है। बच्चों के व्यवहार में भी तेजी के साथ बदलाव आ रहा है। वे ज्यादा चिड़चिडे़ व गुस्से वाले होते जा रहा है।
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साइबर धक्केशाही व लालच के शिकार हो रहे बच्चें
प्रसिद्ध समाजसेवी राम पाल सिंगला ने कहा कि कई बच्चे साइबर धक्केशाही तथा लालच के शिकार हो रहे हैं। बहुत सारे बच्चे ऐसे हैं, जो मोबाइल फोन स्कूल में भी ले जाते हैं। ऐसे बच्चे अपने आप की वजह से व बच्चों को भी प्रभावित करते है। बच्चों ने मोबाइल फोन को स्कूल ले जाने व इंटरनेट की जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल का रूझान लगातार बढ़ रहा है।
अचानक गेमिंग के शिकार हो जाते है युवा
प्रसिद्ध समाजसेवी मंगत राय मंगा ने कहा कि बच्चों की तरफ से की जाती थोड़ी सी जिद पर मां-बाप बड़ी आसानी से बच्चों को मोबाइल फोन लेकर दे देते हैं। युवाओं में इंटरनेट गेमिंग भी काफी मशहूर है, जिसका वे शिकार हो जाते है। मोबाइल गेमिंग इंटरनेट के इस्तेमाल से बच्चों व युवाओं में ज्यादा मानसिक रोग लगातार बढ़ रहे हैं।
बिना जरूरत के इंटरनेट के इस्तेमाल पर लगे रोक
प्रसिद्ध समाजसेवी मोहित गोयल मनी ने कहा कि इंटरनेट के ज्यादा इस्तेमाल क वजह से युवाओं तथा बच्चों में लगातार तनाव, डिप्रेशन तथा चिता में बढ़ोतरी हो रही है। बच्चा व युवा चिड़चिडे़ होते जा रहे है। इंटरनेट का बिना जरूरत के इस्तेमाल उनको बीमारियों की तरफ ले जा रहे हैं। उनकी आंखें कमजोर हो रही हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए।
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