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    रेल की पटरी को बना दिया खेल का मैदान

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 23 Oct 2018 06:24 PM (IST)

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    रेल की पटरी को बना दिया खेल का मैदान

    सोनू उप्पल, बरनाला : अमृतसर में हुए रेल हादसे में 61 लोगों की मौत से कई परिवारों में मातम छा गया व पूरे देश में हुए हादसे के बाद हर आंख नम हो गई। इस हादसे के बाद बेशक पूरे देश के लोग किसी ने प्रशासन, किसी ने सरकार तो वहीं किसी ने रेल विभाग पर अपना निशाना साधा, परंतु बरनाला में भी हालात कुछ अलग ही दिखाई दे रहे हैं। बरनाला में अमृतसर हादसे के बाद जहां रेलवे विभाग के अधिकारी गहरी नींद के कारण अभी भी जागे नही है, वहीं लोगों की लापरवाही भी कहीं पीछे नहीं रहती नजर आ रही है। रेलवे स्टेशन बरनाला से दो-दो किमी तक लाइनों के आसपास दोनों तरफ रहने वाली घनी आबादी के चलते वहां पर बच्चों व युवाओं ने खेल का मैदान बना रखा है, जिनको रोकने वाला कोई नही है, अगर हादसा हुआ तो निशाना बहुत से विभाग बनेंगे। दैनिक जागरण द्वारा अमृतसर में हुए हादसे के बाद लोगों व रेलवे विभाग को सतर्क करने के लिए चलाए अभियान के तहत जब रेलवे लाइनों का दौरा किया गया तो कहीं रेलवे लाइनों पर लोग बैठे मूंगफली खाते नजर आए तो कहीं लोग चलते फिरते नजर आए। वहीं बच्चों व युवाओं ने घरों के आगे जगह से लेकर रेलवे लाइनों को ही खेल का मैदान बना रखा था। रेलवे लाइनों पर खेलने वाले इन बच्चों को न तो अपनी जान की परवाह है व न ही किसी का डर है। युवाओं द्वारा अपना गुल्ली डंडा, तो बच्चे भी पकड़न पकड़ाई खेलते रहते हैं।

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    इस बारे में जब वहां पर खेल रहे युवाओं व बच्चों खुशप्रीत, जसवीर ¨सह, कर्णवीर, जसकरण से पूछा कि वह रेलवे लाइनों में क्यो खेलते है, अगर कोई हादसा हो गया। तो उन्होंने उन्होंने कहा कि वह रेलगाड़ी के आने का पूरा ध्यान रखते है व खेलने के लिए कोई अन्य जगह नही होने के कारण वह यहीं खेलते है।

    इस अवसर पर आसपास के लोगों व मोहल्ला निवासियों से मनजीत ¨सह, पम्मा, बल¨जदर ¨सह, बलदेव कौर, मनजीत कौर, शालु रानी, गीता रानी व कमलजीत कौर ने कहा कि वह अपने बच्चों को तो रोक लेते है व छोटे बच्चों को भी खेलते से रोकते है। परंतु युवाओं को कौन रोके, जब कभी उनको रोका जाता है, तो वह उनकी कोई नही मानते व उनसे झगड़ा करने लग जाते है।

    आरपीएफ चौकी बरनाला के इंचार्ज सतबीर ¨सह ने कहा कि उनके द्वारा लोगों को चेतावनी दी जाती है, कि अगर रेलवे लाइन को क्रास करना बंद नही किया गया, तो उनके द्वारा नियम 147 के तहत रेलवे क्रासिंग का चालान काटा जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा समय समय पर चालान काटे जाते हैं, परंतु लोग नहीं मानते हैं।