विदेश भेजने का झांसा दे 15 पंजाबियों समेत 100 बनाए बंधक, तीन की हत्या
अवैध ट्रैवल एजेंटों ने कनाडा भेजने के नाम पर करीब 100 लोगों को बंधक बना लिया। इन लोगों को बेंगलुरु के पास जंगल में रखे जाने की खबर है। इनमें 15 पंजाब के युवा हैं।
बरनाला, [हेमंत राजू]। कनाडा भेजने का झांसा देकर अवैध ट्रैवल एजेंटों ने 15 पंजाबियों समेत 100 से ज्यादा युवकों को बेंगलुरु के पास जंगल में बंधक बना लिया है। उनसे गन प्वाइंट पर घर से पैसे मंगवाए जाते हैं और न देने वालों को गोली मार दी जाती है। यह सनसनीखेज खुलासा जान बचाकर पहुंचे बरनाला के गुरप्रीत सिंह ने किया है।
गुरप्रीत के अनुसार, तीन युवकों की हत्या उसके सामने की गई। मारे गए युवकों संख्या ज्यादा हो सकती है। बंधक बनाए गए लोगों में कुछ अन्य राज्यों, बांग्लादेश व नेपाल के भी हैं। गुरप्रीत ने बताया कि युवकों को हट्स में बंधक बनाकर रखा गया है। बरनाला के गांव काहनके निवासी गुरप्रीत सिंह ने यह सारी दास्तान बरनाला के एसएसपी को भी सुनाई है। युवक की शिकायत पर पुलिस ने कनाडा निवासी एक एजेंट सहित आठ लोगों पर केस दर्ज कर दो आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बंधक बनाए गए युवकों को बचाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
पैसे न देने पर मार दी जाती है गोली
गुरप्रीत ने बताया कि युवकों को भूखा रखकर पिटाई की जाती है। दिन में दो बार केमिकल वाला पानी पिलाया जाता है। हफ्ते में सिर्फ दो बार खाने के रूप में सिर्फ चावल देते हैं। युवकों को गन प्वाइंट पर लेकर पहले एजेंट की पेमेंट करवाई जाती है और फिर जिंदा रहने के लिए पैसे मांगे जाते हैं। पैसे न देने वालों को गोली मार खाई में फेंक देते हैं। उसके सामने तीन युवकों को गोली मारी गई।
10 दिनों तक धक्के खाकर घर पहुंचा
बकौल गुरप्रीत, एक दिन उसे तेज बुखार था। वह निर्वस्त्र जमीन पर तड़प रहा था तो पास खड़े गिरोह के एक युवक ने पूछा कि कहां के रहने वाले हो? मैंने बताया कि पंजाब से हूं। घर में मेरी बूढ़ी मां व छोटी बहन है। बहन की शादी के लिए जमीन गिरवी रख कर आया हूं। उसे मुझ पर तरस आ गया। उसने मुझे एक सेब की फांक, एक फ्रूटी व दवा दी और कमरे में बंद कर चला गया। तीसरे दिन मौका देख गिरोह के उसने मुझे वहां से भगा दिया। किसी तरह जान बचाकर करीब 10 दिनों तक रेलगाड़ियों के धक्के खाते घर पहुंचा।
उसने बताया कि 1 जुलाई को एजेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। बरनाला पहुंच एजेंट से 25 लाख वापस मांगे, लेकिन एजेंट से सिर्फ पांच लाख दिए। पूरे पैसे वापस न मिलने पर उसने एसएसपी बरनाला के पास 25 जुलाई को शिकायत दर्ज करवाई।
गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उसे कनाडा भेजने का लालच देकर गांव ठीकरीवाला के सुखप्रीत सिंह व उसके कुछ साथियों ने 25 लाख रुपये लिए थे। वह एजेंटों के कहने पर दिसंबर में दिल्ली गया था। उसे एक माह तक दिल्ली घुमाया और आराम से रखा। फिर फ्लाइट से पहले मुंबई और बाद में बेंगलुरु ले जाया गया। गिरोह के दो युवक उसे रात को गाड़ी में बैठा कर बेंगलुरु के पास जंगल में ले गए और वहां एक कमरे में बंद कर दिया।
उसने बताया कि कमरे में करीब 100 युवक पहले से ही कैद थे। गन प्वांइट पर कनाडा की सिम वाले फोन से घर पर मां रणजीत कौर से बात करवाई । उससे जबरदस्ती बुलवाया कि वह कनाडा पहुंच गया है और बाकी का दस लाख रुपये एजेंट को दे दें। इस पर मां ने तीसरे दिन एजेंट को दस लाख रुपये दे दिए।
एजेंटों की तलाश में छापेमारी, दो गिरफ्तार
एसएसपी हरजीत सिंह ने कहा कि पुलिस ने गुरप्रीत की शिकायत के बाद कनाडा में रह रहे गुरप्रीत, मोगा निवासी रणजीत, गांव ठीकरीवाला निवासी सुखप्रीत, अमृतसर निवासी सागर, दिल्ली निवासी चौधरी, बरनाला निवासी गुरपाल, तपा निवासी अनमोल शर्मा व बरनाला निवासी हनी शर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर किया गया है। स्पेशल टीम छापे मार रही है। रणजीत व सुखप्रीत को पकड़ लिया है।
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