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    एनएचएम कर्मियों ने लगाया अस्पताल में धरना

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 20 Dec 2021 10:06 PM (IST)

    कच्चे कर्मचारी को पक्का करने की मांग और पुलिस अत्याचार के खिलाफ सिविल अस्पताल में एनएचएम कर्मियों ने धरना लगाकर प्रदर्शन किया।

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    एनएचएम कर्मियों ने लगाया अस्पताल में धरना

    जागरण संवाददाता, बरनाला : कच्चे कर्मचारी को पक्का करने की मांग और पुलिस अत्याचार के खिलाफ सिविल अस्पताल में एनएचएम कर्मियों ने धरना लगाकर प्रदर्शन किया। लखविदर कौशिक ने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी के रोष में मंगलवार को पंजाब के समूह कच्चे सेहत कर्मचारी बठिडा में रैली करेंगे। कर्मचारी नेता डा. रजनीश गर्ग व हरजिदर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार कच्चे कर्मचारियों को पक्के किए बगैर 36 हजार कर्मचारियों को नियमित करने संबंधी झूठे विज्ञापन देकर सरकारी खजाने को करोड़ो रुपये का चूना लगा रही है। वहीं पंद्रह वर्षों से जनता को अच्छी सेवाएं प्रदान कर रहे एनएचएम के कच्चे सेहत कर्मचारियों को बेहद कम वेतन देकर शोषण किया जा रहा है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया जाएगा। एनएचएम यूनियन के नेता डा. अमरिदर कौर, प्रवीन रानी, किरणदीप कौर ने कहा कि पंजाब सरकार ने अपने चुनाव वादे के विपरीत जाकर कर्मचारियों को नियमित करने में देरी की है। कर्मचारियों के हितों पर गैर संवैधानिक तरीके से डाका मारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि रोजगार मांगते बेरोजगारों पर आए दिन पुलिस अत्याचार करके संघर्ष को दबाने का प्रयास करती है, लेकिन मांगे पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने आने वाले दिनों में उनकी मांगे पूरी न की तो विधानसभा चुनाव में इसका परिणाम दिखाया जाएगा। इस मौके करनैल सिंह, हरप्रीत सिंह, धर्मवीर सिंह, मोहम्मद अरशद, डा. यादविदर कौर, संचिता, विपनजीत कौर, मनप्रीत कौर आदि मौजूद थे।

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    भट्ठा मजदूरों ने लगाया मोर्चा, जताया रोष

    जागरण संवाददाता, संगरूर : मांगों को लेकर सोमवार को सैकड़ों मजदूरों ने लाल झंडा पंजाब भट्ठा मजदूर यूनियन की अगुआई में डीसी कार्यालय के समीप पांच दिवसीय धरने की शुरुआत की। मजदूरों ने पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। मजदूर नेता दर्शन सिंह कंगणवाल, सतपाल सिंह बैहणीवाल ने कहा कि गत समय केंद्र सरकार की ओर से तीन कृषि कानून पास कर किसान व मजदूरों पर ही नहीं, बल्कि समूह लोगों पर कारपोरेट का पंजा गड़ा दिया। तब मजदूर विरोधी चार लेबर कोड पास कर दिए गए। मजदूरों के हकों की रक्षा करने वाले 44 कानून रद्द कर दिए। आंदोलन के दबाव के चलते कानून रद्द कर दिए गए। जहां केंद्र व पंजाब सरकार चार लेबर कोड लागू करने की तैयारी में है। वहीं पंजाब सरकार द्वारा 1 सितंबर 2019 से महंगाई आंकड़ों को रोककर अपना किरदार नंगा कर दिया है। उन्होंने तीन छिमाही के आंकड़ों मुताबिक मेहनताना का नोटिफिकेशन जारी किया जाए, वर्षों से रूकी दोहराई तुरंत की जाए, किरत कानून भट्ठों पर अमली रूप में लागू किया जाए, एमएसपी कानून की गारंटी का कानून बनाया जाए, झूठे पर्चे रद किए जाएं, किसान मजूदरों व मुलाजिमों की मांगे पूरी की जाएं। उन्होंने कहा कि मांगे पूरी न होने पर विधानसभा चुनाव में वोट मांगने वाली पार्टियों का विरोध किया जाएगा। इस मौके राज्य नेता चरणजीत सिंह, शेर सिंह, केवल सिंह, संदीप सिंह, प्रकाश सिंह, अमरजीत सिंह, परविदर कुमार आदि मौजूद थे।