Conjunctivitis: सावधान! तेजी से फैल रहा Eye Flu, खुद ही डॉक्टर बन कर न डालें दवा; जानें लक्षण और बचाव के तरीके
Conjunctivitis आई फ्लू तेजी से फैल रहा है। आई फ्लू एडिनोवायरस से फैलता है। शहर के आंखों के विशेषज्ञों के पास ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले कुल मरीजों में से 30 से 40 प्रतिशत मरीज आई फ्लू के आ रहे है। इसमें सबसे ज्यादा बच्चे शामिल हैं। आई फ्लू होने के बाद सावधानी न बरतने के चलते आंखों में गंभीर समस्याएं हो रही है।

बरनाला, निशू पवार: शहर में मानसून के बीच आई फ्लू यानी कंजक्टिवाइटिस बीमारी तेजी से फैल रही है। आई फ्लू एडिनोवायरस से फैलता है। शहर के आंखों के विशेषज्ञों के पास ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले कुल मरीजों में से 30 से 40 प्रतिशत मरीज आई फ्लू के आ रहे है। इसमें सबसे ज्यादा बच्चे शामिल हैं। आई फ्लू होने के बाद सावधानी न बरतने के चलते आंखों में गंभीर समस्याएं हो रही है।
आई फ्लू में भी सतर्कता बरतना जरूरी
पंजाब आई अस्पताल बरनाला के आंखों के विशेषज्ञ डाक्टर गुरपाल सिंह का कहना है कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सावधानियां बरती जाती है, ठीक उसी तरह आई फ्लू में भी सतर्कता बरतना जरूरी है। ऐसा नही होने पर इंफेक्शन और रिस्क का खतरा बढ़ जाता है। दूसरी तरफ सेहत विभाग ने भी आईफ्लू को रोकने को लेकर एडवाइजरी जारी कर दी है।
आईफ्लू के 30 से 35 प्रतिशत मरीज
प्रेम आई एंड मेटरनिटी अस्पताल बरनाला के डाक्टर रूपेश सिंगला ने कहा कि ओपीडी में अगर रोजाना 100 मरीज आ रहे है, उसमें से 30 से 35 प्रतिशत मरीज आईफ्लू के आ रहे है। बरसात के मौसम में आइफ्लू फैलाने वाला वायरस काफी तेजी से फैल रहा है। वायरस की चपेट में आने के बाद शुरुआत में ऐसा लगता है, जैसे आंखों में कुछ पड़ गया है। आंख लाल हो जाती है। खुद से कोई दवा न ले।
बीमारी के बाद सफाई का ध्यान न रखने से बढ़ रही समस्या
डाक्टर मोहित गुप्ता डाक्टर त्रिलोकी आई अस्पताल एंड रेटिना सेंटर बरनाला के डाक्टर मोहित गुप्ता ने बताया कि ओपीडी में रोजाना 30 से 40 प्रतिशत मरीज आई फ्लू के आ रहे है। स्कूली बच्चे और उनकी मां ज्यादा आ रही है। बच्चे को छुट्टी करनी पड़ रही है।
साफ-सफाई का ध्यान न रखने की वजह से यह बीमारी बढ़ जाती है। बहुत से लोग आईफ्लू होने पर आंखों को रंगड़ते रहते है, गंदे हाथ लगाते है। इसलिए हम लोगों को सलाह दे रहे है कि अगर यह बीमारी हो गई है। तो हाथ बार बार धोएं। आंखों को मले नहीं। यह बीमारी तब फैलती है, जब पीड़ित व्यक्ति किसी को छूता है या उसके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सामान, कपड़े, रूमाल या तौलिये को छूता है।
ये है आई फ्लू के लक्षण
आंखों का लाल होना, आंखों में खुजली होना, आंखों में पानी आना तथा आंखों में कुछ चुभने जैसा व सोजिश महसूस होना शामिल है। ऐसी स्थिति में तुरंत नजदीक के आंखों के डाक्टर के पास जाकर जांच करवाएं। जिले के सरकारी अस्पतालों में इस बीमारी का इलाज निशुल्क होता है। अगर स्कूली विद्यार्थी को बीमारी के लक्षण है, तो अभिभावक बच्चें को स्कूल न भेजे। बीमारी से ठीक होने के बाद भी स्कूल भेजें।
स्वास्थ्य अलर्ट
-ओपीडी में 30 से 40 प्रतिशत मरीज आई फ्लू के आ रहे है।
-आंखों के विशेषज्ञ बोले, आईफ्लू में भी कोरोना जैसी सतर्कता।
-लापरवाही बरतने पर बढ़ सकता है इंफेक्शन का खतरा। आईफ्लू के लक्ष्य महसूस हो तो घबराएं नहीं - डाक्टर गुरपाल सिंह।
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