US Immigration: जमीन, कर्ज और डंकी रूट; आखिर क्यों विदेश भाग जाते हैं युवा? चौंकाने वाली वजह आई सामने
पंजाब में बेरोज़गारी के कारण युवा विदेश जा रहे हैं। अवैध तरीके से जाने पर वे लाखों रुपये का कर्ज लेकर जाते हैं। पंजाब में ऐसा आर्थिक मॉडल बनना चाहिए जिससे युवाओं को अपने राज्य से प्यार हो। सरकार को माइग्रेशन मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। जिससे युवा को अपने यहां ही क्वालिटी लाइफ मिल सके। जिससे वह विदेश की रुख न करें।

जगदीश कुमार/कमल किशोर, जालंधर। पंजाब में रोजगार नहीं मिलने के कारण युवा विदेश की ओर रुख कर रहे हैं। अवैध ढंग से जाने पर बच्चे मां-बाप पर लाखों रुपये का कर्ज का बोझ डाल रहे हैं। खेती करने के बजाय जमीन बेच रहे हैं। अवैध ढंग से विदेश जाने पर रोक लगनी चाहिए। पंजाब में ऐसा आर्थिक मॉडल बने, जिससे युवाओं को अपने पंजाब से प्यार हो। यह तभी संभव है यदि युवाओं को काम करने का बढ़िया वातावरण मिलेगा।
सरकार को माइग्रेशन मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। माइग्रेशन रोकने के लिए पंजाब में आर्थिक मॉडल तैयार करने की सबसे बड़ी आवश्यकता है। यह कहना है टोरंटो से आए डॉ. जागीर सिंह काहलों का, जो रविवार को एनआरआई सभा पंजाब की ओर से आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल माइग्रेशन सेमिनार के दूसरे व अंतिम दिन वक्ता के रूप में अपने विचार साझा कर रहे थे।
क्वालिटी लाइफ पर फोकस
उन्होंने कहा कि अधिकतर विद्यार्थी बारहवीं व आइलेट्स टेस्ट पास करके विदेश जाने का सपना पूरा करने में लग जाते हैं। उन्हें विदेश में काम के साथ-साथ क्वालिटी लाइफ भी मिलती है। वे उस कल्चर में स्वयं को ढाल लेते हैं।
इसी के चलते वे पंजाब लौटना नहीं चाहते। आकांक्षी युवाओं को विदेश जाने से रोकने के लिए पंजाब सरकार को अधिक से अधिक रोजगार के साधन उपलब्ध करवाने होंगे। साथ ही, क्वालिटी लाइफ पर अधिक फोकस करना होगा।
माइग्रेशन रोकने का सबसे हथियार युवाओं को रोजगार
पूर्व आईएएस काहन सिंह पन्नू का कहना है कि माइग्रेशन को रेगुलेट करना समय की जरूरत है। क्वालिटी लाइफ के लिए कोई सरकार काम नहीं कर रही है, जिसके चलते युवा विदेश जा रहे हैं। दोआबा में 15 वर्ष पहले गांव खाली होने शुरू हो गए थे।
एक युवा विदेश जाता है तो वह पंजाब आकर बहुत दिखावा करता है। उसे देखकर दूसरे युवा विदेश जाने के बारे में सोचने लगते हैं। पैसा कमाने की चाह ही युवाओं को विदेश का रुख करवाती है।
वे अवैध ढंग से विदेश जाते हैं और शारीरिक व आर्थिक हानि उठाते हैं। माइग्रेशन रोकने की सबसे आसान विधि युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाना है। युवा खेती करें या स्वयं का कारोबार शुरू करें।
विदेश जाने में पुरुषों से पीछे नहीं पंजाब की महिलाएं
यूरोपियन यूनिवर्सिटी इटली से आई अनमेरिया लादिनी ने कहा कि इटली में पंजाबियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इटली में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं की संख्या भी बढ़ने लगी है। इटली में पंजाब के लोगों में 58 प्रतिशत पुरुष व 42 प्रतिशत महिलाएं हैं। वहां जाने वाले पंजाबियों की शिक्षा उस स्तर की नहीं है जो होनी चाहिए।
यही कारण है कि वहां नौकरी करने में समस्याएं आती हैं। 85 प्रतिशत पुरुषों के पास रोजगार है तथा महिलाओं के पास केवल 13 प्रतिशत रोजगार है। महिलाओं को काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है।
'युवाओं का माइंड सेट बदलने की जरूरत'
पीएयू लुधियाना की प्रो. अतिंदर पाल कौर ने कहा कि इंटरनेट मीडिया के कारण भी विदेश जाने का रुझान बढ़ा है। विदेश में गए लोग अपनी लग्जरी जिंदगी की तस्वीरें पोस्ट करते हैं, जिसे देख युवाओं में विदेश जाने की ललक बढ़ती है। वर्तमान में प्रवास का प्रचलन बदल गया है।
गांव के युवाओं में विदेश जाने की चाहत बढ़ी है। उनके पास शैक्षिक योग्यता नहीं, जिसके चलते वे फर्जी एजेंटों के हत्थे चढ़ रहे हैं। आईलेट्स में अच्छे बैंड हासिल करने वाली लड़कियों से शादी कर विदेश जाने का रुझान बढ़ा है। लड़के वाले विज्ञापन भी दे रहे हैं कि आईलेट्स पास लड़की चाहिए, विदेश भेजने का खर्च लड़के वाले करेंगे।
इसके नतीजे अच्छे नहीं मिल रहे हैं। युवाओं का माइंड सेट बदलने की जरूरत है। उन्हें अपने ही दायरे में रहते हुए कामकाज और शिक्षा पर फोकस करते हुए योग्यता के आधार पर लीगल तरीके से प्रवास करना चाहिए। अवैध प्रवास के खतरनाक नतीजे सामने आते हैं। इससे पैसा तो डूबता ही है, जीवन भी खतरे में पड़ता है।

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