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    'घबरा गई आप.. इन धमकियों से नहीं डरते', मजीठिया की गिरफ्तारी पर भड़के सुखबीर बादल, CM मान को लेकर कही ये बात

    Updated: Wed, 25 Jun 2025 08:26 PM (IST)

    शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने बिक्रम सिंह मजीठिया की हिरासत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पार्टी उनके साथ पूरी ताकत से खड़ी है। उन्होंने इसे भगवंत मान सरकार द्वारा मजीठिया के भ्रष्टाचार उजागर करने के कारण की गई राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया। केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने भी इसे राजनीतिक नाटक करार दिया, यह कहते हुए कि ठोस सबूतों की कमी के कारण मजीठिया के खिलाफ कानूनी मामला कमजोर हो रहा है और यह गिरफ्तारी भी विफल होगी।  

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    सुखबीर सिंह बादल ने मजीठिया की गिरफ्तारी पर दी प्रतिक्रिया (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, अमृतसर। पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल बिक्रम सिंह मजीठिया की हिरासत पर शिअद प्रधान सुखबीर बादल की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा हैं कि पार्टी पूरी ताकत से बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ खड़ा है।

    यह स्पष्ट है कि मजीठिया द्वारा इस सरकार की भ्रष्ट और अनैतिक गतिविधियों को बेबाकी से उजागर करने से मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी सरकार बहुत घबराई हुई है। हम मजीठिया और अन्य अकाली नेताओं द्वारा राज्य एजेंसियों का दुरुपयोग करके लोगों की आवाज उठाने के प्रयासों को दबाने के लिए की जा रही धमकियों से डरते नहीं हैं।

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    'हम इसका डटकर सामना करेंगे'

    अकाली नेतृत्व के खिलाफ राजनीतिक बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई का यह पहला मामला नहीं है, यह लंबे समय से लगातार हो रहा है और हम इसका डटकर सामना करते आ रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। हम न झुके हैं, न कभी झुकेंगे। झूठे मामले दर्ज करना एक आपराधिक कृत्य है, अधिकारियों को यह पता होना चाहिए कि इस सरकार के कार्यकाल के दौरान किए गए ऐसे सभी झूठे मामलों और दमन के कृत्यों की उचित समय पर जांच जरूर की जाएगी। मैं पुलिस कर्मियों से कानून का पालन करने की अपील करता हूं, क्योंकि सरकार बदलने में केवल डेढ़ साल का समय बचा है।

    मजीठिया की गिरफ्तारी राजनीतिक नाटक: बिट्टू

    केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा कि बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ चल रहे मामले को मान ने राजनीतिक तमाशा बना दिया है। ठोस सबूत नहीं होने और बार-बार की जा रही गिरफ्तारियों से मजीठिया के खिलाफ कानूनी मामला कमजोर हो रहा है।

    आप सरकार पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में कोई ठोस सबूत पेश करने में विफल रही, जिसके चलते मजीठिया को जमानत मिल गई। यह ताजा गिरफ्तारी भी पहले की तरह विफल होगी। यह साफ़ है कि ये सिर्फ़ राजनीतिक दिखावा है। हर ऐसी गिरफ्तारी से मामला और भी कमजोर होता जा रहा है।