Punjab: पंजाब में भिखारियों की धरपकड़ तेज, छह महिलाएं और 17 बच्चे पकड़े गए; अमृतसर में बढ़ रहे भिखारी
पंजाब सरकार द्वारा भीख मांग रहे बच्चों के संदिग्ध मामलों की जांच के लिए डीएनए टेस्ट कराने की घोषणा के बाद पुलिस ने भिखारियों की धरपकड़ तेज कर दी है। मोहाली में चाइल्ड वेलफेयर आफिसर नवप्रीत कौर की अगुआई में पुलिस टीम ने भीख मांग रहे 12 बच्चों को हिरासत में लिया है। बच्चों और महिलाओं को बाल सुधार गृह में रखा गया है।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। पंजाब सरकार द्वारा भीख मांग रहे बच्चों के संदिग्ध मामलों की जांच के लिए डीएनए टेस्ट कराने की घोषणा के बाद पुलिस ने भिखारियों की धरपकड़ तेज कर दी है।
बच्चों और महिलाओं को बाल सुधार गृह में रखा गया
पुलिस ने गुरुवार को गोल्डन क्षेत्र में भीख मांग रहे पांच बच्चों और छह महिलाओं को हिरासत में लिया। वहीं, मोहाली में चाइल्ड वेलफेयर आफिसर नवप्रीत कौर की अगुआई में पुलिस टीम ने भीख मांग रहे 12 बच्चों को हिरासत में लिया है। बच्चों और महिलाओं को बाल सुधार गृह में रखा गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, इन बच्चों के माता-पिता का दावा करने वालों से सुबूत मांगे गए हैं। यदि माता-पिता कोई सुबूत नहीं दे पाते हैं, तो बच्चों का डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा।
अमृतसर में बाल भिक्षुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है
अमृतसर में बाल भिक्षुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां के पाश क्षेत्रों में कई महिलाएं ऐसी हैं जिनकी गोद में बच्चे हैं, जो किसी भी तरह से उनके नहीं लगते। सामाजिक कल्याण विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अमृतसर में 600 भिखारी हैं, जबकि वास्तविक संख्या 1500 से 2000 के बीच मानी जा रही है।
दैनिक जागरण ने भिक्षावृत्ति के खिलाफ एक अभियान चलाया
उल्लेखनीय है कि दैनिक जागरण ने भिक्षावृत्ति के खिलाफ एक अभियान चलाया था, जिसके तहत भिखारियों द्वारा भीख मांगने के तरीकों और जनता को परेशान करने जैसे मुद्दों पर समाचार प्रकाशित किए गए थे। अभियान का प्रभाव यह रहा कि सरकार ने भिखारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं और अब बाल भिक्षुओं के डीएनए टेस्ट करवाए जा रहे हैं।
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