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    अमृतसर: ट्रैवल एजेंट ने फर्जी स्टडी वीजा के नाम पर लूटे लाखों, सिंगापुर से डिपोर्ट हुई लड़की पहुंची SSP ऑफिस

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 01:32 PM (IST)

    सिंगापुर से डिपोर्ट हुई एक युवती ने अमृतसर एसएसपी कार्यालय में ट्रैवल एजेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। युवती का आरोप है कि एजेंट ने स्टडी वीजा के नाम पर लाखों रुपये वसूले और फर्जी वीजा दिया। दो साल बाद सिंगापुर भेजने पर उसे इमिग्रेशन अधिकारियों ने रोक लिया और वापस भेज दिया। पीड़िता ने पुलिस से मामले में कार्रवाई की मांग की है।

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    सिंगापुर से डिपोर्ट हुई लड़की पहुंची एसएसपी ऑफिस (फोटो: जागरण)

    जागरण संवाददाता, अमृतसर। ट्रेवल एजेंट के झांसे में फंस सिंगापुर से डिपोर्ट हुई युवती शुक्रवार एसएसपी अमृतसर रूरल के कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंची।

    लड़की ने आरोप लगाया है कि ट्रेवल एजेंट ने उन्हें स्टडी वीजा पर सिंगापुर भेजने के नाम पर तकरीबन 7.50 लाख वसूले। इतना ही नहीं, बार-बार शिकायत करने के बाद जब दो साल बाद सिंगापुर भेजा तो उसे डिपोर्ट कर दिया गया है।

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    शिकायतकर्ता सिमरजीत कौर निवासी रजदान ने जानकारी दी कि तकरीबन 2 साल पहले उन्होंने गोल्डन गेट के पास एक ट्रेवल से सिंगापुर के स्टडी वीजा के लिए एप्लाई किया था। लेकिन एजेंट ने उसे फेक वीजा दे दिया। लेकिन उसकी टिकट बुक नहीं करवाई। डेढ़ साल बीत जाने के बाद जब उन्होंने शोर डाला और शिकायत पुलिस में दी तो रबिंदर सिंह ने टिकट करवा भेजने का आश्वासन दिया।

    रबिंदर सिंह ने तब भी जानकारी दी थी कि वीजा में कुछ डॉक्यमेंटेशन गलत हो गए हैं। इसके बाद 13 नवंबर 2025 को उसकी टिकट करवा दी गई।

    पीड़िता ने जानकारी दी कि जब 13 नवंबर को वह सिंगापुर पहुंची तो इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे रोक लिया। एजेंट की तरफ से वहां रिसीव करने वाले व गार्डियन का नंबर नहीं दिया था।

    इमिग्रेशन अधिकारियों ने साफ किया कि आप लोकल संपर्क खोजें या आपको वापस भेज दिया जाएगा। इसी दौरान व अमृतसर में एजेंट को कॉल करती रही, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। कुछ समय बात हुई तो उसके बाद एजेंट ने फिर से फोन उठाना बंद कर दिया। अंत में उसे भारत की फ्लाइट से वापस डिपोर्ट कर दिया गया।

    शिकायकर्ता की मांग है कि उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए, जिन्होने उनकी पहली शिकायत पर उचित कार्रवाई ना की। अगर तभी कार्रवाई हो जाती तो उसे सिंगापुर भेजा ना जाता और वे डिपोर्ट ना होती। वहीं एसएसपी अमृतसर ने डीएसपी हेडक्वार्टर बलराज सिंह को शिकायत मार्क कर दी है।