328 सरूपों के मामले में FIR पर SGPC का विरोध, अकाल तख्त को भेजा मामला
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने गुरु ग्रंथ साहिब के 328 लापता सरूपों के मामले में एफआईआर दर्ज किए जाने पर ऐतराज जताया है। एसजीपीसी अध्य ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अमृतसर। पंजाब पुलिस की तरफ से गुरु ग्रंथ साहिब के 328 लापता सरूपों के मामले में एफआईआर दर्ज किए जाने पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने ऐतराज जताया है। ये ऐतराज आज अमृतसर में तेजा सिंह समुद्री हॉल में हुई बैठक में जताया गया। 16 कर्मचारियों और पदाधिकारियों पर FIR दर्ज किए जाने के चार दिन बाद एसजीपीसी ने आज कार्यकारिणी की इस आपात बैठक को बुलाया गया।
बैठक तेजा सिंह समुद्री हॉल में हुई और कार्यकारी के सदस्य पहुंचे। एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट धामी ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार इस एफआईआर को दर्ज कर अपनी नाकामयाबियों को छिपाने का प्रयास कर रही है। इस सरकार ने चार साल पहले बेअदबी के दोषियों को सजा देने का वादा कर सत्ता हासिल की। लेकिन अब वे एसजीपीसी पर सवाल उठा रहे हैं।
एडवोकेट धामी ने किया डॉ. ईशर सिंह की रिपोर्ट का जिक्र
एडवोकेट धामी ने इस दौरान एजसीपीसी की तरफ से 328 सरूपों के गायब होने के मामले में की गई कार्रवाई के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि तब डॉ. ईशर सिंह व कमेटी द्वारा जांच की गई थी।
साफ हुआ था कि अपने फायदे के लिए 300 से अधिक सरूपों को चढ़ाया नहीं गया। जांच कमेटी के अनुरूप अनुशासनिक व विभागीय कार्रवाई हुई थी। तब जांच कमेटी ने पुलिस कार्रवाई का जिक्र नहीं किया था। ऐसे में अब पुलिस एफआईआर दर्ज कर अपनी कमियों को छिपा एसजीपीसी पर सवाल उठा रही है।
श्री अकाल तख्त साहिब को लिखेगी एसजीपीसी
धामी ने बताया कि डॉ. ईशर सिंह की रिपोर्ट के बारे में एसजीपीसी अब श्री अकाल तख्त साहिब को लिखेगी। जो भी आदेश श्री अकाल तख्त साहिब की तरफ से दिया जाएगा, कार्रवाई उसी अनुसार होगी।
धार्मिक मामलों में दखल के आरोप
एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी पहले ही आरोप लगा चुके हैं कि सरकार सिख धार्मिक मामलों में दखल दे रही। पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां, शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस और AAP विधायक इंदरबीर सिंह निज्जर द्वारा प्रदर्शन स्थल पर जाकर प्रदर्शनकारियों को FIR की प्रति सौंपना स्थिति भड़काने की कोशिश है।

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