एसजीपीसी का जनरल इजलास आज, एडवोकेट धामी पांचवीं बार बन सकते हैं प्रधान
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का जनरल इजलास आज हरिमंदिर साहिब में होगा। इसमें एसजीपीसी अध्यक्ष सहित कई पदों के लिए चुनाव होगा। एसजीपीसी सचिव प्रताप सिंह ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी हैं और अधिवेशन पारदर्शी होगा। वर्तमान में 148 सदस्य मतदान में भाग लेंगे। शिरोमणि अकाली दल हरजिंदर सिंह धामी का समर्थन करेगा। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने भी चुनाव लड़ने की बात कही है।

148 सदस्य करेंगे प्रधान सहित कमेटी पदाधिकारियों का चयन। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का जनरल इजलास सोमवार को यानी आज श्री हरिमंदिर साहिब परिसर स्थित तेजा सिंह समुंदरी हाल में होगा। इस दौरान एसजीपीसी अध्यक्ष सहित कई महत्वपूर्ण पदों की चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाएगी। एसजीपीसी की ओर से जनरल इजलास की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। एसजीपीसी के सचिव प्रताप सिंह ने बताया कि जनरल हाउस की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
यह अधिवेशन पूरी तरह से पारदर्शी और निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार संपन्न होगा। एसजीपीसी वर्ष में दो बार इजलास का आयोजन करती है। एक बार अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए और दूसरी बार बजट पारित करने के लिए। इस बार इजलास अध्यक्ष पद की वार्षिक चुनावी प्रक्रिया के लिए आयोजित किया जा रहा है।
फिलहाल एसजीपीसी में कुल 185 सदस्य हैं, जिनमें 170 निर्वाचित और 15 नामांकित सदस्य शामिल हैं। इनमें से 33 सदस्य अब इस दुनिया में नहीं रहे, जबकि चार सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है। इस प्रकार वर्तमान में 148 सदस्य सक्रिय हैं, जो मतदान प्रक्रिया में भाग लेंगे।
शिरोमणि अकाली दल इस बार भी हरजिंदर सिंह धामी को ही प्रधान पद पर समर्थन देगा। दूसरी तरफ शिरोमणि अकाली दल के बागी गुट के अध्यक्ष जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अभी तक प्रधान पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। हालांकि, उन्होंने एसजीपीसी चुनाव लड़ने की बात कही है, पर उम्मीदवार का नाम सार्वजनिक नहीं किया।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि पार्टी का सामूहिक नेतृत्व यह मानता है कि एसजीपीसी के सभी सदस्यों और निर्वाचित अंतरिम समिति के सदस्यों को श्री अकाल तख्त साहिब के सिद्धांतों, गरिमा और सर्वोच्चता को ठेस पहुंचाने वाली कार्रवाइयों के विरुद्ध आवाज उठानी चाहिए। इजलास से पूर्व पार्टी से जुड़े लोग अतीत में पंथक गरिमा के उल्लंघन के विरुद्ध अपनी आवाज उठाएंगे।
इधर, एसजीपीसी के मुख्य सचिव प्रताप सिंह का तर्क है कि एडवोकेट धामी के नाम पर ही एकतरफ सहमति बन सकती है। यदि सहमति नहीं बनी, तो चुनाव प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।
गौरतलब है कि 2024 में 28 अक्टूबर को एसजीपीसी के चुनाव में हरजिंदर सिंह धामी चौथी बार अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। धामी को 107 वोट मिले थे, वहीं बागी गुट की उम्मीदवार बीबी जागीर कौर को सिर्फ 33 वोट मिले थे। हालांकि, बीबी जागीर कौर भी तीन बार एसजीपीसी की अध्यक्ष रह चुकी हैं।
सचिव प्रताप सिंह ने बताया कि चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह से धार्मिक मर्यादाओं के अनुरूप होगी। बैठक की शुरुआत में सबसे पहले श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश किया जाएगा, इसके बाद अरदास के साथ अधिवेशन की औपचारिक शुरुआत होगी। इसके पश्चात नामांकन, चर्चा और मतदान की प्रक्रिया संचालित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि एसजीपीसी सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था है और इसके हर निर्णय में मर्यादा, अनुशासन और पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा जाता है। इजलास के दौरान एसजीपीसी के पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों और बजट से जुड़ी रिपोर्ट भी पेश की जाएगी। इसके अलावा संस्था के विभिन्न विभागों द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की जाएगी और अगले वर्ष की प्राथमिकताओं पर चर्चा की जाएगी।

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