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    अमृतसर में शिअद ने बसपा को दी कमजोर आधार वाली दो सीटें

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 13 Jun 2021 02:30 PM (IST)

    अमृतसर में अकाली दल ने सिर्फ दो सीटें बसपा को दी हैं। अमृतसर नार्थ और अमृतसर सेंट्रल दोनों ही शहरी सीटें हैं। मगर इन दोनों सीटों पर बसपा का कोई अधिक आ ...और पढ़ें

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    अमृतसर में शिअद ने बसपा को दी कमजोर आधार वाली दो सीटें

    पंकज शर्मा, अमृतसर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) व शिरोमणि अकाली दल में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए हुए राजनीतिक गठजोड़ को लेकर दोनों पार्टियों के वर्करों में उत्साह है। बसपा चाहे 23 सीटें मांग रही थीं परंतु अकाली दल के साथ 20 सीटों पर समझौता हुआ है।

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    अमृतसर में अकाली दल ने सिर्फ दो सीटें बसपा को दी हैं। अमृतसर नार्थ और अमृतसर सेंट्रल दोनों ही शहरी सीटें हैं। मगर इन दोनों सीटों पर बसपा का कोई अधिक आधार नहीं है। अमृतसर सेंट्रल क्षेत्र में दलित वोट चाहे काफी हैं परंतु यह दलित वोट सारी बसपा की नहीं हैं। यहां वोट वैंक, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और कुछ कम्युनिस्टों में बंटा हुआ है। इसी तरह अमृतसर नार्थ की सीट में भी बसपा का कोई आधार नहीं है। अकाली दल का जब भाजपा के साथ गठजोड़ था तो तब भी अकाली दल ने यह दोनों सीटें भाजपा को दी थीं।

    बसपा ने अमृतसर नार्थ विधानसभा में वर्ष 2012 और 2017 में मंजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया था। परंतु उनको कोई खास वोट नहीं मिले थे। यहां पर अकाली दल का भी कोई आधार नहीं है। अकाली दल बसपा से समझौते से पहले यहां उम्मीदवार की तलाश कर रहा था। पंरतु मजबूत उम्मीदवार न मिलता देख उसने यह सीट बसपा के लिए छोड़ दी। इसी तरह अमृतसर सेंट्रल हलके से बसपा ने वर्ष 2012 में जगदीश दुग्गल को उम्मीदवार बनाया था। परंतु उनको कोई खास वोट यहां से नहीं मिला था। फिर वर्ष 2017 में इस सीट से राजेश कुमार को उतारा था। इस सीट पर अकाली दल की ओर से बसपा के साथ समझौते से पहले अविनाश जौली विधानसभा के लिए तैयारी कर रहे थे। जौली पार्षद हैं और सीनियार डिप्टी मेयर भी रहे हैं। बसपा को यहां से सीट अलाट होने के बाद जौली खेमे में नमोशी का आलम चल रहा है। बसपा की ओर से अभी से इन लोगों के नाम की चर्चा शुरू

    इस बार बसपा की ओर से अमृतसर पूर्व में मंजीत सिंह और गुरबख्श सिंह का नाम उम्मीदवारों के रूप में आना शुरू हो गया है। इसी तरह अमृतसर सेंट्रल से रोहित खोखर, जगदीश दुग्गल के नाम की चर्चा चल रही है। आने वाले दिनों में इन दोनों सीटों पर बसपा के और भी दो दो, तीन तीन दावेदार सामने आने की संभावना है। बसपा का ग्रुप इन सीटों पर चाहता है बदलाव

    बसपा चाहती थी कि अमृतसर जिले में उसे दलितों की अधिक संख्या वाले विधानसभा क्षेत्र अकाली दल की ओर से दिए जाते। बसपा अमृतसर पूर्व, अमृतसर वेस्ट की सीटें चाहती थीं। परंतु ऐसा नहीं हुआ। बसपा का एक ग्रुप चाहता है कि अकाली दल की ओर से अलाट की गई 20 सीटों में से कुछ सीटों का बदलाव किया जाए। यह गठबंधन विरोधियों को टक्कर देगा: जिला अध्यक्ष

    उधर बसपा के जिला अध्यक्ष तरसेम सिंह भोला ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल और बसपा का समझौता आने वाले समय में पंजाब की राजनीति में एक बढि़या गठजोड़ साबित होगा। इस गठजोड़ का लाभ दोनों पार्टियों बसपा और अकाली दल होगा। उनका गठबंधन मजबूती से पार्टी विरोधियों को टक्कर देगा।