पंजाब में भारी बारिश का रेड अलर्ट, 3 सितंबर तक स्कूल बंद; सेना का बचाव अभियान जारी
पंजाब में बाढ़ से हालात गंभीर बने हुए हैं जहां 1300 से अधिक गांव जलमग्न हैं और दो लाख एकड़ फसलें डूब गई हैं। मौसम विभाग ने भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है जिसके चलते सरकार ने सभी स्कूल 3 सितंबर तक बंद कर दिए हैं। सेना वायुसेना बीएसएफ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्यों में जुटी हैं।

जागरण टीम, अमृतसर/फिरोजपुर/गुरदासपुर। पंजाब के बाढ़ प्रभावित आठ जिलों में लोगों की परेशानी रविवार को भी कम नहीं हुई। 1,300 से अधिक गांवों में पानी भरा है। लोग घर की छतों पर बैठे हैं या फिर घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। करीब दो लाख एकड़ फसल पानी में डूबी है।
राज्य में तबाही का कारण न केवल हिमाचल व जम्मू में हो रही भारी वर्षा है, बल्कि राज्य में अगस्त में हुई वर्षा भी है। मौसम विभाग ने सोमवार व मंगलवार को भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। इस वर्ष पहली बार रेड अलर्ट घोषित हुआ है। रविवार को कई जिलों में वर्षा भी हुई। सरकार ने सभी स्कूल तीन सितंबर तक बंद कर दिए हैं।
बाढ़ प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने और बाहर निकालने के लिए अमृतसर के अजनाला में सेना के 25 ट्रक बोट लेकर पहुंचे। निजी कंपनी की ओर से सेना को दिए गए अटोर वाहनों से भी लोगों को निकाला जा रहा है। सेना, वायुसेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें दिन-रात लोगों की मदद में जुटी हैं।
रविवार को भी जम्मू से आने-जाने वाली 53 ट्रेनें माधोपुर के पास रेलवे पुल को पहुंची क्षति के कारण रद कर दी गईं। पठानकोट के चक्की पुल के पिलरों की रिपेयर न होने से पठानकोट-जालंधर नेशनल हाईवे आठवें दिन भी बंद रहा। मुख्य सचिव केएपी सिन्हा रविवार को पठानकोट, अमृतसर व कपूरथला के बाढ़ प्रभावित इलाकों में गए।
सेना ने 11 लोगों को एयरलिफ्ट किया
रावी दरिया में आई भीषण बाढ़ के कारण मकौड़ा पत्तन में दरिया पार के सात गांवों के लोग अब भी देश से कटे हैं। यहां रविवार को सेना ने 11 लोगों को एयरलिफ्ट कर बचाया। ये लोग एक सप्ताह से बाढ़ के पानी से घिरे थे। हरिके हेडवर्क्स से पानी छोड़े जाने के कारण फिरोजपुर व फाजिल्का के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एक फीट पानी और बढ़ गया है।
वहीं, वर्षा और बाढ़ के कारण पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) ने सोमवार से शुरू होने वाली 10वीं और 12वीं की प्रायोगिक परीक्षाओं को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है। नई तिथि बाद में घोषित होगी। जालंधर कैंट में चिट्टी बेईं के पानी ने ओवरफ्लो होकर चार गांवों को चपेट में लेना शुरू कर दिया है।
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