अमृतसर: 50 लाख की फिरौती न देने पर बदमाशों की खुलेआम फायरिंग, करियाना दुकान पर बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां
अमृतसर के फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर वृंदावन गार्डन के पास एक करियाना स्टोर पर बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने गोलियां चलाईं। दुकान मालिक सुदेश कुमार के अनुसा ...और पढ़ें

सीसीटीवी में कैद हुई घटना; 3 नकाबपोश बाइक सवारों ने दहशत फैलाई (फोटो: जागरण)
अनुज शर्मा, अमृतसर। अमृतसर के बाहरी क्षेत्र फतेहगढ़ चूड़ियां रोड स्थित वृंदावन गार्डन के पास सोमवार रात बाइक सवार तीन नकाबपोश बदमाशों ने एक करियाना स्टोर पर गोलियां चला दीं।
घटना के समय दुकान मालिक सुदेश कुमार अंदर मौजूद ग्राहकों को सामान दे रहे थे। देर रात हुई घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। पुलिस ने सीसीटीवी कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
घटना सोमवार रात करीब 9.10 बजे के करीब घटी। सुदेश कुमार दुकान में व्यस्त थे, उसी समय एक बाइक दुकान के सामने आकर रुकी। बाइक पर तीन युवक सवार थे। दो सीट पर बैठे और एक ने उतरकर पिस्तौल निकाली और फायरिंग की।
हमलावर ने पहली गोली दुकान की तरफ चलाई, जिससे लोग दहशत में आ गए। दूसरी गोली मिस हो गई और दीवार से टकराई। गोलियां चलाने के बाद तीनों युवक तेज रफ्तार में उसी बाइक पर फरार हो गए।
फायरिंग की सूचना मिलते ही थाना सदर के एसएचओ किरनदीप सिंह, एसीपी और पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची। इलाके की नाकेबंदी की गई और विभिन्न एंगल्स से जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस हमलावरों के फोन रिकॉर्ड, लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
दुकानदार सुदेश कुमार ने पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से मुरादपुरा गांव के रहने वाले थे, जहां वह करीब 8 साल पहले रहते थे। इस समय वह फतेहगढ़ चूड़ियां रोड स्थित वृंदावन में परिवार के साथ रहते हैं और वहीं करियाना दुकान चलाते हैं।
उन्होंने बताया कि 25 नवंबर को उनके पास एक विदेशी नंबर से कॉल आई, जिसमें फोन करने वाले ने अपना नाम बग्गी बोदी निवासी मुरादपुरा बताया।
कॉलर ने कहा कि वह फिरौती नहीं मांग रहा, बल्कि विदेश में फंसा हुआ है और उसे पैसों की मदद चाहिए। पहले कॉल के बाद अलग-अलग विदेशी नंबरों से करीब 20 बार कॉल आईं।
हर बार पैसे की मदद मांगी गई। सुदेश ने एक रुपये भी नहीं भेजा। सुदेश का शक है कि पैसे न भेजने के कारण ही दबाव बनाने या डर फैलाने के इरादे से फायरिंग की गई हो सकती है।
पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच में फिरौती की धमकी, पुरानी रंजिश या विदेश से कॉल करने वालों के किसी गिरोह की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता।
पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है। आसपास के इलाकों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं, ताकि हमलावरों की लोकेशन व मूवमेंट का पता चल सके। फायरिंग करने वालों की पहचान जल्द होने की उम्मीद है।

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