Punjab Weather Update: पंजाब में शीतलहर और कोहरे की दोहरी मार, इन 7 शहरों में येलो अलर्ट जारी
पंजाब के सात शहर शीतलहर की चपेट में हैं, जिसके चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है। कई जिलों में कोहरा छाया हुआ है और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में और गिरावट आ सकती है। धान कटाई के बाद भी वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है, और कई शहरों में एक्यूआई चिंताजनक स्तर पर है।

पंजाब के 7 शहर शीतलहर की चपेट में, यलो अलर्ट जारी (फाइल फोटो)
अनुज शर्मा, अमृतसर। पंजाब के 7 शहर शीतलहर की चपेट में आ चुके हैं। जिसके बाद राज्य में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
ये असर इन शहरों में अगले 48 घंटों तक देखने को मिल सकता है। वहीं, सोमवार सुबह की बात करें तो राज्य के कई जिलों अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, फरीदकोट व आसपास के इलाकों में हल्का कोहरा भी देखने को मिला है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बीते रविवार राज्य का अधिकतम तापमान 1.1 डिग्री तक लुढ़का है और शहरों के तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल सकती है।
रविवार राज्य में सबसे अधिक तापमान 26.5 डिग्री फरीदकोट में दर्ज किया गया। वहीं बीते दिन व आज न्यूनतम तापमान भी फरीदकोट में ही दर्ज किया गया है। यहां न्यूनतम तापमान आज तकरीबन 3.5 डिग्री रहा है।
सम मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा के ऊपर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव पंजाब में साफ दिखाई दे रहा है। इसके चलते हिमाचल प्रदेश और जम्मू–कश्मीर में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
पंजाब के फिरोजपुर, फरीदकोट, मुक्तसर, फाजिल्का, बठिंडा, मोगा और जालंधर जिलों में आज शीत लहर चलने की संभावना जताई गई है। विभाग ने अगले सात दिनों के लिए जारी पूर्वानुमान में कहा है कि पूरे राज्य का मौसम पूरी तरह शुष्क रहेगा, जबकि कुछ चुनिंदा इलाकों में हल्की से मध्यम धुंध छाई रह सकती है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है, लेकिन उसके बाद के तीन दिनों में तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक और गिर सकता है।
इससे सुबह और रात की ठंडक और बढ़ने की आशंका है। वहीं, धुंध की स्थिति भी कई स्थानों पर दृश्यता को प्रभावित कर सकती है। कुल मिलाकर, पंजाब में ठंड और शुष्कता का दौर अगले सप्ताह तक जारी रहेगा।
धान कटाई का सीजन खत्म होने के बावजूद पंजाब और चंडीगढ़ की हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) कई शहरों में चिंताजनक स्तर पर बना हुआ है।
सबसे खराब स्थिति मंडी गोबिंदगढ़ की है, जहां एक्यूआई 239 दर्ज किया गया। जालंधर में 180, चंडीगढ़ (सेक्टर-25) में 128, लुधियाना में 120, खन्ना में 115, पटियाला में 105, अमृतसर में 94, बठिंडा में 76 और रूपनगर में 63 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया।
यह दर्शाता है कि प्रदेश में प्रदूषण का स्तर अभी भी लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बना हुआ है।

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