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पंजाब एग्रो एक्सपोर्ट कारपोरेशन किन्नू के निर्यात के साथ इसके गुणों को करेगा प्रोत्साहित

पंजाब एग्रो एक्सपोर्ट कारपोरेशन प्रदेश में किन्नू को निर्यात करने के साथ साथ इसके गुण को आम जनता भी पहुंचाएगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 12:46 AM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 12:46 AM (IST)
पंजाब एग्रो एक्सपोर्ट कारपोरेशन किन्नू के निर्यात के  साथ इसके गुणों को करेगा प्रोत्साहित
पंजाब एग्रो एक्सपोर्ट कारपोरेशन किन्नू के निर्यात के साथ इसके गुणों को करेगा प्रोत्साहित

पंकज शर्मा , अमृतसर

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पंजाब एग्रो एक्सपोर्ट कारपोरेशन प्रदेश में किन्नू को निर्यात करने के साथ साथ इसके गुण को आम जनता भी पहुंचाएगी। कारपोरेशन ने किन्नू उत्पादक किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य प्रदान करवाने की हर संभव सहायता करने का भी फैसला लिया है।

किन्नू को डीबिटरिग करके इसके स्वाद को और बेहतर बनाया जा रहा है। सर्दियों के मौसम में किन्नू का उत्पादन न केवल किसानों की आय में वृद्धि करता है बल्कि यह प्रदेश की आर्थिक उन्नति में अत्यंत सहायक सिद्ध होता है।

कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक मंजीत सिंह बराड़ ने बताया कि फाइव रिवर्स किन्नू मेंडारिन की सबसे बेहतर किस्म का चयन करते हुए डीबिटरिग तकनीक को विकसित कर उत्पादकों को बड़ी राहत प्रदान कर रहा है। वर्तमान में पंजाब किन्नू मेंडारिन के उत्पादन और प्रोसेसिग में सबसे आगे है जो कि इस फल का दूसरे देशों में निर्यात हो रहा है। मध्य पूर्व के देशों में किन्नू मेंडारिन की विशेष मांग है।

बराड़ ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से भारत में खासकर पंजाब में किन्नू की मांग और लोकप्रियता में लगातार वृद्धि देखी गई है। किग मेंडारिन एक्स विलो लीफ ओरेंज का हाईब्रीड किन्नू को एचीबी फ्रास्ट ने 1915 में तैयार किया था। किन्नू का भारत में प्रवेश अबोहर अनुसंधान केन्द्र में डॉ. जेसी बख्शी के प्रयासों द्वारा 1954 में हुआ था।

डायटीशियन डॉ. धारिणी कृष्णन ने बताया कि यह फल संतरे से काफी सस्ता है परन्तु महत्वपूर्ण विटामिनों से भरपूर है। इसके स्वास्थ्य लाभ में बुढ़ापे के लक्षणों को कम करना, सेल्स रिपेयर को बढ़ावा देना, रक्त प्रवाह और ब्लड प्रेशर को बेहतर करना, सूजन और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करना शामिल है।

इस फल को खाने से किसी भी तरह की सुस्ती या थकान को दूर किया जा सकता है। यह फल एक शानदार एनर्जी बूस्टर के तौर पर सिद्ध हुआ। ये फ्रुक्टोजए ग्लूकोज और सुक्रोज के साथ लबालब भरा हुआ है। यह एल्कोहॉलिक और नॉन-एल्कोहॉलिक, दोनों तरह के फैटी लीवर के लिए बेहतर है। किन्नू के सेवन से रफेज, फाइबर 12 प्रतिशत द्वारा पाचन संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है जिसमें कब्ज से राहत और पैंकरियाज को सुधार कर रखती है। किन्नू में भारी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होते हैं और पानी से भरा होता है व ऊर्जा का सबसे अच्छा स्त्रोत होता है। अन्य रसीले फलों की तुलना में किन्नू में लगभग 2.5 गुना अधिक कैल्शियम होता है जो कि कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होता है।


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