अमृतसर की क्रिकेटर प्रगति सिंह कल जयपुर में दिखाएंगी दम
चैलेंजर ट्राफी में अमृतसर से महिला खिलाड़ी प्रगति सिंह का आलराउंडर के रूप में चयन हुआ है।

हरदीप रंधावा, अमृतसर: बोर्ड आफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया (बीसीसीआइ) की ओर से महिला श्रेणी में अंडर-19 वर्ग की चैलेंजर ट्राफी का आयोजन किया जा रहा है। जयपुर में होने वाली इस चैलेंजर ट्राफी में अमृतसर से महिला खिलाड़ी प्रगति सिंह का आलराउंडर के रूप में चयन हुआ है। वह दो नवंबर दिन मंगलवार को होने वाले मैच में अपना दमखम दिखाएंगी। पूल ए, बी, सी और डी में सात नवंबर तक होने वाली चैलेंजर ट्राफी के मैचों में पंजाब से चार ही महिला खिलाड़ी हैं। इसमें अमृतसर गेम्स एसोसिएशन से टीम बी के लिए प्रगति सिंह के साथ-साथ लुधियाना डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन से टीम ए के लिए एशमीन कौर, जालंधर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिशन से टीम ए के लिए मुस्कान सोगी व टीम डी के लिए जालंधर से ही खुशी चाहल खेल रही हैं। रविवार के साथ-साथ सोमवार को टीमों के खिलाड़ी अभ्यास करेंगे। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की अध्यक्षता में आयोजित ट्राफी में इंडिया-ए, बी, सी व डी के नाम पर टीमें हिस्सा ले रही हैं। प्रगति ने अपने इस सफर में काफी उपलब्धियां हासिल की हैं। क्रिकेटर प्रगति सिंह मूल रूप से बिहार के जिला वैशाली में पड़ते गांव राजापाकर की रहने वाली हैं। इस समय उनका परिवार पिछले काफी समय से शहर में एयरपोर्ट रोड स्थित गुरु राम दास एवेन्यू में ही रह रहा है। उनके पिता प्रमोद कुमार सिंह एयरफोर्स से रिटायर्ड हैं और अब स्टेट बैंक आफ इंडिया की मोगा स्थित ब्रांच में सहायक प्रबंधक हैं। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) से एमसीए की डिग्री करने वाली बड़ी बहन प्रतीक्षा सिंह की तरह प्रगति सिंह भी पढ़ाई में शुरू से ही अव्वल रही हैं। वह इस समय बीबीके डीएवी कालेज में ग्रेजुएशन कर रही हैं।
कैंपस के मैदान में प्रगति लड़कों के साथ ही खेलती थी
प्रमोद कुमार ने बताया कि उनकी बेटी धुरंधर बल्लेबाज होने के साथ-साथ मीडियम पेसर गेंदबाज और जबरदस्त फील्डर भी है। प्रगति को बचपन से ही खेलों से लगाव था। बकौल प्रमोद कुमार सिंह जब वह एयरफोर्स में नौकरी करते थे तब कैंपस के मैदान में प्रगति लड़कों के साथ ही खेलती थी। एयरपोर्ट रोड स्थित एयरफोर्स स्टेशन में रहते हुए साल-2009-10 में मिलिट्री इंजीनियरिग सर्विस (एमईएस) से मनोहर लाल ने बच्चों को क्रिकेट की कोचिग देनी शुरू की। इसमें प्रगति ने लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। बस उसी दिन से प्रगति का क्रिकेट की तरफ रुझान बढ़ा। बेटी को मैदान तक ले जाने और वापस लेने जाती थी मां अनामिका सिंह
अनामिका सिंह ने बताया कि साल-2012 की बात है। उन्होंने फैसला लिया कि बेटी प्रगति को वह खुद कैंपस के मैदान में अभ्यास के लिए छोड़कर व लेकर आएंगी, क्योंकि उनके पिता की ड्यूटी की वजह से आना-जाना मुश्किल था। उनका कहना था कि बेटी क्रिकेट ही खेलना चाहती है, तो मुकम्मल कोचिग ही दिलाई जानी चाहिए। वहीं अमृतसर गेम्स एसोसिएशन (एजीए) में आने के बाद सीनियर कोच प्रकाश चंद सहित मधु कपूर, मोनिका शर्मा, रोमा मेहता, पंकज कुमार, रंजीत सिंह, प्रमोद कुमार और राहुल कुमार से आज तक क्रिकेट की बारीकियां सीखते हुए प्रगति आगे ही आगे बढ़ रही हैं। क्रिकेट का सफर
-साल-2014 में प्रगति ने जिला व स्टेट में दमदार एंट्री मारी
-साल-2017 में जोनल क्रिकेट अकादमी (जेडसीए) में उनका चयन हुआ
-साल-2019 में नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में प्रदर्शन देखा।
-साल 2021 में अब चैलेंजर ट्राफी के लिए चयन हुआ


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