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    अब स्वर्ण पदक है गुरजीत व नवजीत का लक्ष्य

    यूनाईटेड किगडम (यूके) के बर्मिंघ्म में कामन वेल्थ गेम्स (सीडब्लूजी) 2022 का आगाज हो चुका है और सीडब्ल्यूजी में शामिल हो कर देश का नाम चमकाने सपना लेकर जिले से छह खिलाड़ी यूके पहुंच चुके हैं

    By JagranEdited By: Updated: Fri, 29 Jul 2022 09:22 PM (IST)
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    अब स्वर्ण पदक है गुरजीत व नवजीत का लक्ष्य

    हरदीप रंधावा, अमृतसर

    यूनाईटेड किगडम (यूके) के बर्मिंघ्म में कामन वेल्थ गेम्स (सीडब्लूजी) 2022 का आगाज हो चुका है और सीडब्ल्यूजी में शामिल हो कर देश का नाम चमकाने सपना लेकर जिले से छह खिलाड़ी यूके पहुंच चुके हैं। इन खिलाड़ियों में चार पुरुष और दो महिला खिलाड़ी हैं।

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    जिले से संबंधित ओलिपिक-2020 में भारतीय महिला हाकी टीम का हिस्सा रही गुरजीत कौर व एथलेटिक्स में डिस्कस थ्रो की खिलाड़ी नवजीत ढिल्लों देश की झोली में मेडल डालने के मकसद से लक्ष्य साधे बैठी हुई हैं। जिले की दोनों ही खिलाड़ियों का ख्वाब स्वर्ण पदक जीतना है। उनके परिवारिक सदस्य उनके शुभकामनाएं देने के के साथ-साथ उनके लिए अरदास कर रहे हैं, ताकि सभी मैचों में खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहे।

    गुरजीत कौर दूसरी बार बनीं सीडब्ल्यूजी का हिस्सा

    हाकी ओलिपियन गुरजीत कौर ने टोक्यो ओलिपिक-2020 में अपनी प्रतिभा का दमदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम को कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थीं। गुरजीत कौर की बड़ी बहन प्रदीप कौर ने बताया कि आस्ट्रेलिया में आयोजित कामन वेल्थ गेम्स (सीडब्ल्यूजी)-2018 में भारतीय हाकी टीम चौथे स्थान पर रही थी। जबकि, अब साल-2018 के हुई चूक को सुधारते हुए टोक्यो में आयोजित ओलिपिक-2020 की जीत को ध्यान में रखते हुए खेल रही हैं। भारत सहित विभिन्न देशों में आयोजित एफआइएच लीग के साथ-साथ स्पेन व नींदरलैंड में आयोजित हुए व‌र्ल्ड कप वूमेन में नौवां स्थान आया था। शुक्रवार को घाना की हाकी टीम के साथ भारत के पहले मैच के बाद दूसरा मैच वेल्स, तीसरा मैच इंग्लैंड व चौथा मैच कनाडा की टीम के साथ होगा।

    बाक्स-

    डिस्कस थ्रो में कामन वेल्थ गेम्स (सीडब्ल्यूजी)-2018 में कांस्य पदक विजेता रही नवजीत ढिल्लों दूसरी बार सीडब्ल्यूजी का हिस्सा बनी हैं, जिसमें तीन अगस्त को नवजीत ढिल्लों का मुकाबला होगा। नवजीत ढिल्लों की मां कुलदीप ढिल्लों ने बताया कि जूनियर एशिया में कांस्य व जूनियर व‌र्ल्ड डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक हासिल कर चुकी हैं और अब सीडब्ल्यूजी-2022 में स्वर्ण पदक हासिल करने के मकसद से 28 जुलाई को बर्मिंघ्म में पहुंच चुकी हैं और अब उन्हें मुकाबले का इंतजार है। साल-2020 में टोक्यो में आयोजित हुई ओलिपिक में कोविड-19 की महामारी की वजह से तैयारी मुकम्मल न होने से न खेल पाने पर खेद था, मगर अब कामन वेल्थ गेम्स (सीडब्लूजी)-2022 में भाग लेने के लिए नवजीत ढिल्लों में खासा उत्साह पाया जा रहा था व मेडल ही लेना ही मकसद है।