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    कांग्रेस के हाथ को गुरु का पंजा कहने पर अमृता वड़िंग को फटकार, जत्थेदार सिंह साहिब बोले- किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं

    Punjab Latest News कांग्रेस नेता अमृता वडिंग (Amrita Warring) की ओर से चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को श्री गुरु नानक देव जी का पंजा कहने पर फटकार लगाई गई है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने इस संदर्भ में कहा कि उन्हें इस बाबत माफी मांगनी चाहिए। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

    By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 30 Apr 2024 11:52 AM (IST)
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    कांग्रेस के हाथ को गुरु का पंजा कहने पर अमृता वड़िंग को फटकार

    जागरण संवाददाता, अमृतसर। Punjab Lok Sabha Election: श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने कांग्रेस नेता अमृता वडिंग (Amrita Warring) की ओर से चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के चुनाव चिह्न पंजा को श्री गुरु नानक देव जी का पंजा कहने पर कड़ा नोटिस लिया है और कड़ी फटकार लगाई है।

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    उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेता राजनीतिक हितों के लिए गुरु साहिब के नाम और धार्मिक चिह्न ों का इस्तेमाल करते हैं। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

    सिखों की धार्मिक भावनाएं हुईं आहत

    श्री अकाल तख्त साहिब से जारी एक बयान में सिंह साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब पर लिखित शिकायतें प्राप्त हुई हैं कि कांग्रेस नेता अमृता वडिंग ने अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के चुनाव चिह्न को श्री गुरु नानक देव जी का पंजा कहकर वोट मांगे गए हैं, जिससे सिखों की धार्मिक भावनाएं काफी आहत हुई हैं।

    ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि सिख कभी नहीं भूल सकते कि पंजा कांग्रेस पार्टी का चुनाव चिह्न है, जिसने सिखों की भक्ति और शक्ति के केंद्र श्री दरबार साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब पर तोपों और टैंकों के साथ हमला किया था।

    धार्मिक प्रतीकों का दुरुपयोग कतई बर्दाश्त नहीं

    सन् 1978 से 1995 तक सिख नरसंहार में लाखों निर्दोष और निहत्थे सिख युवाओं का खून कांग्रेस के पंजे पर लगा है। उन्होंने सख्त शब्दों में कहा कि कांग्रेस की ओर से अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए गुरु साहिबों के नाम या धार्मिक प्रतीकों का दुरुपयोग कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

    उन्होंने कहा कि अमृता वडिंग को तुरंत अपनी गलती पर पश्चाताप करना चाहिए। साथ ही चेतावनी दी गई है कि वे राजनीतिक प्रचार और राजनीतिक हितों के लिए किसी भी रूप में धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने से बचे।

    अमृता वडिंग की सामने आई प्रतिक्रिया

    इस मामले को लेकर अमृता वडिंग ने इंटरनेट मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म के जरिए कहा कि सबसे पहले, मैं हाथ जोड़कर उन सभी से माफी मांगना चाहूंगी जिनकी भावनाएं मेरे जाने अनजाने बयान से आहत हुईं। मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। मैं आप सभी से माफी मांगती हूं।

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