पिता ने आशीर्वाद देकर बेटे को डीसी हरप्रीत को कुर्सी पर बैठाया, जानें नए आए अधिकारी ने क्या कहा..
नवनियुक्त डिप्टी कमिश्नर हरप्रीत सिंह सूदन ने मंगलवार को कार्यभार संभाल लिया।

विक्की कुमार, अमृतसर: नवनियुक्त डिप्टी कमिश्नर हरप्रीत सिंह सूदन ने मंगलवार को कार्यभार संभाल लिया। पिता एडवोकेट जसपाल सिंह मानीपुर ने उन्हें कुर्सी पर बैठाया और आशीर्वाद दिया। इस दौरान उनकी मां गुरमीत कौर, बहन डा. कमलप्रीत कौर और दमनप्रीत कौर भी साथ थीं। डीसी गुरप्रीत सिंह खैहरा ने गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया और जिले का चार्ज सौंपा।
2013 बैच के आइएएस अधिकारी हरप्रीत सिंह सूदन इससे पहले मुक्तसर साहिब में डीसी तैनात थे। कार्यभार संभालने के पहले जिला प्रशासन की तरफ से उन्हें गार्ड आफ आनर दिया गया। फिर उन्होंने परिवार के साथ दरबार साहिब में भी माथा टेका। बता दें कि डीसी हरप्रीत मुक्तसर साहिब में तब काफी चर्चा में आए जब वहां पिछले दिनों सरकारी कर्मचारियों ने धरना दिया और उसमें वह खुद भी बैठ गए और अपने ही खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इतना ही नहीं सरकारी स्कूल में ही उन्होंने अपने बेटे का दाखिला करवाया था।
डीसी हरप्रीत ने कहा कि बढि़या प्रशासन देना उनकी प्राथमिकता होगी। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर जल्द गांवों में जाकर लोगों के मुद्दे सुलझाने का कार्यक्रम बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी एलान किया कि वह अपने बेटे को यहां पर सरकारी स्मार्ट स्कूल में ही दाखिला करवाएंगे, क्योंकि इससे पहले उन्होंने मुक्तसर साहिब में अपने बेटे को सरकारी स्कूल में ही दाखिला करवाया था। उन्होंने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि उन्हें गुरुनगरी की सेवा करने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि जब वह दरबार साहिब गए तो रास्ते में काफी अतिक्रमण उन्हें नजर आया। ऐसे में उन्होंने उन लोगों से अपील की है कि वह फुटपाथों पर किए गए कब्जों को खुद ही हटा लें। इस अवसर पर एडीसी रणबीर सिंह मूधल, एसडीएम राजेश शर्मा, जिला माल अधिकारी अरविदरपाल सिंह, सहायक कमिश्नर अमरिदर सिंह टिवाणा, तहसीलदार परमप्रीत सिंह गोराया व अन्य अधिकारी मौजूद थे। जुलाई 2020 में संभाला था गुरप्रीत खैहरा ने कार्यभार, स्टाफ ने दी विदाई
जिले में बतौर डिप्टी कमिश्नर के तौर पर जुलाई 2020 में पद संभालने वाले गुरप्रीत सिंह खैहरा ने पौने दो साल के करीब शहर में सेवा निभाई। इस दौरान उन पर सबसे बड़ी जिम्मेवारी विधानसभा चुनाव करवाने की थी, जिसमें उन्होंने दिन रात एक करते हुए शांतिपूर्वक तरीके से चुनाव कार्य संपन्न करवाया। मंगलवार को जब वह अपना पदभार छोड़ते हुए मुक्तसर के लिए रवाना हुए तो अपने स्टाफ के साथ बिताए पलों को याद किया। स्टाफ सदस्यों ने भावुक होते हुए उन्हें विदायगी दी। खैहरा ने जब यहां डीसी का पद संभाला तो सरकारी इमारतें, जिनमें लोक निर्माण भवन, सर्किट हाउस, बचत भवन आदि की हालत बहुत खराब थी। ऐसे में उन्होंने लघु सचिवालय के निर्माण कार्य में तेजी लाई। मंगलवार को वह दरबार साहिब में माथा टेककर मुक्तसर साहिब चले गए।
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