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    'सिर्फ एक ही हमलावर नहीं था...', सुखबीर बादल अटैक मामले में मजीठिया ने पेश किए नए सबूत, पुलिस थ्योरी पर उठाए सवाल

    श्री हरिमंदिर साहिब में पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल पर हुए हमले में शिअद के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने पुलिस की उस थ्योरी को झुठलाया है जिसमें कहा जा रहा है कि हमलावर आतंकी नारायण सिंह चौड़ा अकेला ही था। मजीठिया ने वीडियो साक्ष्य पेश किया है जिसमें चौड़ा के साथ उसका एक साथी आतंकी धरम सिंह (बाबा धरमा) सुखबीर बादल की रेकी करते दिखाई दे रहा है।

    By Kailash Nath Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 10 Dec 2024 08:13 PM (IST)
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    कैप्शन: अकाली नेता ब्रिक्रम सिंह मजीठिया पत्रकारों से बातचीत करते हुए। जागरण

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने श्री हरिमंदिर साहिब में पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल पर चार दिसंबर को हुए हमले में नए साक्ष्य पेश कर पुलिस की उस थ्योरी को झुठलाया, जिसमें कहा जा रहा है कि हमलावर आतंकी नारायण सिंह चौड़ा अकेला ही था।

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    मजीठिया ने वीडियो साक्ष्य पेश किया, जिसमें तीन दिसंबर को नारायण सिंह चौड़ा के साथ उसका एक साथी आतंकी धरम सिंह (बाबा धरमा) सुखबीर बादल की रेकी करते दिखाई दे रहा है, जबकि एक अन्य व्यक्ति भी चौड़ा और धरमा के साथ है। हालांकि, उसकी पहचान नहीं हो पाई है।

    मजीठिया ने चौड़ा पर दर्ज की गई एफआइआर पर भी सवाल खड़े किए। साथ ही कहा कि पार्टी कानूनी पहलुओं पर भी विचार कर रही है ताकि इस मामले की जांच हाई कोर्ट की निगरानी में करवाई जा सके।

    पंजाब सरकार की साजिश: मजीठिया

    पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंगलवार को मजीठिया ने कहा कि यह पंजाब सरकार द्वारा प्रायोजित साजिश है। सुबह 9.28 बजे की घटना की एफआइआर दोपहर 3.56 बजे दर्ज की जाती है।

    पुलिस कमिश्नर सुबह 11.30 बजे नारायण सिंह चौड़ा को आतंकी बताते हैं, जबकि दर्ज एफआइआर में उसे श्रद्धालु बना दिया जाता है।

    उन्होंने बताया कि 2013 में मोहाली का तब एसएसपी होते हुए खुद पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने सीआइए स्टाफ में एक मामले में चौड़ा से पूछताछ की थी, जिसमें चौड़ा ने खुद बताया था कि वह पाकिस्तान से बम बनाने व हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेकर आया है।

    'पुलिस ने एफआइआर में नहीं किया जिक्र'

    मजीठिया ने कहा कि पुलिस ने एफआइआर में गोली श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्यद्वार की दीवार पर लगने का उल्लेख नहीं किया। एफआइआर में यह लिखा गया है कि सुखबीर के पास खींचतान हुई, जबकि एएसआइ जसबीर सिंह ने चौड़ा से पिस्तौल छीनी।

    शिअद नेता ने आरोप लगाया कि यह सबकुछ चौड़ा को आसानी से जमानत दिलवाने के लिए किया गया है। तभी तो पुलिस यह कह रही है कि चौड़ा ने अकेले ही वारदात की।

    मजीठिया ने दावा किया कि सिंह दूसरा हमलावर था, पर वह हमला करने की हिम्मत नहीं जुटा सका। धर्म सिंह की गिरफ्तारी भी 2013 में चौड़ा के साथ हुई थी। उसके पास से हथियार भी बरामद किए गए थे।

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