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    घर से भागी नाबालिग लड़की अमृतसर-दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस से मिली, रेलवे स्टाफ ने परिजनों से मिलाया

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 03:00 PM (IST)

    अमृतसर-दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस में यात्रा कर रही एक 13 वर्षीय नाबालिग लड़की को रेलवे स्टाफ ने बचाया। टिकट चेकिंग के दौरान करनाल स्टेशन के पास अकेली यात्रा कर रही बच्ची संदिग्ध हालत में मिली। पूछताछ में पता चला कि वह घर से भागकर आई है। रेलवे स्टाफ ने तुरंत उसके परिवार से संपर्क किया और आरपीएफ की मदद से उसे सुरक्षित परिवार तक पहुँचाया। रेलवे कर्मचारियों की सतर्कता की सराहना की गई।

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    घर से भागी नाबालिग लड़की अमृतसर-दिल्ली इंटरसिटी में मिली।

    जागरण संवाददाता, अमृतसर। रेलकर्मियों की सतर्कता और मानवीय संवेदनशीलता ने एक नाबालिग बच्ची को बचा लिया। अमृतसर-दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 14680) में यात्रा कर रही 13 वर्षीय बच्ची को रेलवे स्टाफ की तत्परता के चलते सुरक्षित उसके परिजनों से मिलाया गया।

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    जानकारी के अनुसार 14 नवंबर को अमृतसर मुख्यालय से संबद्ध टिकट चेकिंग स्टाफ के परशन सिंह ट्रेन के कोच डी1, डी 2 और डी3 में टिकट जांच कर रहे थे। इसी दौरान करनाल स्टेशन के पास उन्हें अकेली यात्रा कर रही एक नाबालिग बच्ची संदिग्ध हालात में मिली। पूछताछ करने पर बच्ची ने बताया कि वह घर से भागकर आई है। बच्ची के असामान्य व्यवहार को देखते हुए श्री परशन सिंह ने तुरंत उससे उसके परिवार का संपर्क नंबर लिया।

    परिजनों से संपर्क करने पर पता चला कि बच्ची का घर अमृतसर में है और उसे ढूंढने के प्रयास चल रहे थे। मामले की गंभीरता को समझते हुए परशन सिंह ने तुरंत सूचना आरपीएफ पानीपत को दी। ट्रेन के पानीपत पहुंचते ही आरपीएफ कांस्टेबल राजेश एवं एक महिला कांस्टेबल ने बच्ची को सुरक्षित अपनी कस्टडी में लिया और आवश्यक औपचारिकताओं के बाद उसे परिवार तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की।

    रेलवे कर्मचारियों की इस मुस्तैदी की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक फिरोजपुर परमदीप सैनी ने सराहना की। उन्होंने कहा कि टीटीआई परशन सिंह ने न सिर्फ अपनी ड्यूटी का ईमानदारी से पालन किया, बल्कि संवेदनशीलता और मानवता का बेहतरीन उदाहरण भी प्रस्तुत किया। उनकी सतर्कता के कारण एक मासूम बच्ची सही समय पर सुरक्षित अपने परिवार तक पहुँच सकी, जो पूरे रेल विभाग के लिए गौरव की बात है।