'ईरान-इजरायल में संघर्ष के बीच पावन स्वरूप लाने का करें प्रबंध', एडवोकेट धामी ने मोदी सरकार से की अपील
एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने केंद्र सरकार से ईरान और इजरायल में चल रहे युद्ध के हालातों के चलते वहां स्थित गुरुद्वारा साहिबान और श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी सिख समुदाय के लिए सर्वोच्च हैं और उनकी सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने केंद्र सरकार को ईरान व इजरायल में चल रहे आपसी जंग वाले हालातों के मद्देनजर वहां स्थित गुरुद्वारा साहिबान व श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए तुरंत कदम उठाने के लिए कहा है। एडवोकेट धामी ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी सिख कौम के लिए सर्वोच्च है।
जिनका सम्मान व सुरक्षा सिख पंथ के लिए सबसे अहम है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय ईरान व इजरायल में जंग के नाजुक हालात के कारण वहां स्थित गुरुद्वारा साहिबान व श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप की सुरक्षा को यकीनी बनाना सरकार की जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अपने कूटनीतिक संबंधों व अंतर्राष्ट्रीय मंचों का प्रयोग करते हुए ईरान व इजरायल की सरकारों से संपर्क करके यह यकीनी बनाना चाहिए कि गुरुद्वारा साहिबान व श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचे। उनका सम्मान बना रहे।
इसके साथ ही एडवोकेट धामी ने ईरान व इजरायल में बसते सिखों को अपील की है कि वह स्थानीय सरकारों व संबंधित अधिकारियों से संपर्क करके गुरुद्वारा साहिबान व श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों की सुरक्षा को यकीनी बनाएं। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी इस मामले पर नजर रख रही है। भारत सरकार से उम्मीद करती है कि इस संवेदनशील मामले पर तुरंत कार्रवाई करेगी।
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