ज्ञान प्राप्ति भगवान को प्राप्त करने का माध्यम : अशोक कपूर
समाज सेवक अशोक कपूर लंगर वालों ने सुमिरन के दौरान कहा कि सभी मनुष्यों की श्रद्धा उनके अंतकरण के अनुरूप होती है। ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, अमृतसर : समाज सेवक अशोक कपूर लंगर वालों ने सुमिरन के दौरान कहा कि सभी मनुष्यों की श्रद्धा उनके अंतकरण के अनुरूप होती है। श्रद्धा विश्वास की कमी है। साधना में रुकावट डालने वाली है। श्रद्धा के यह चार योग हैं, ईश्वर, ज्ञानी महात्मा, गीता आदि शास्त्र और अपनी आत्मा। इन चारों से किसी एक पर भी पूर्णतया श्रद्धा विश्वास हो जाए तो मनुष्य का सहज ही कल्याण हो सकता है। श्रद्धावान मनुष्य ज्ञान को प्राप्त होता है। ज्ञान को प्राप्त कर वह बिना विलंब के तत्काल ही भगवत प्राप्ति रूप परम शांति को समझ पाता है। ईश्वर पर आप तभी विश्वास कर सकते हैं जब आपको खुद पर विश्वास रखो। क्योंकि ईश्वर बाहर नहीं हमारे अंदर की हैं। स्वर्ग और नर्क हमारे दिमाग में हैं। मनुष्य अपने कर्मों का फल इसी पृथ्वी पर पाता है। कर्म में विश्वास करना व खुद पर विश्वास करना ईश्वर पर विश्वास करना होता है। ईश्वर के प्रति भक्तिभाव रखना और अच्छे कार्य को करना हमें मानसिक शांति देता है। सुख में धर्म कार्य और दूसरों की मदद जरूर करनी चाहिए।

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