Updated: Sat, 02 Aug 2025 10:28 PM (IST)
अमृतसर में गैंगस्टर हमले में बुरी तरह घायल हुए वकील लखविंदर सिंह की अस्पताल में मौत हो गई। 21 जुलाई को उन पर हमला हुआ था जिसमें उन्हें कई गोलियां लगी थीं। उनके निधन से परिवार और वकील समुदाय में शोक की लहर है। अमृतसर बार एसोसिएशन ने कामकाज बंद रखकर शोक जताया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। गैंगस्टरों की गोलियां लगने से बुरी तरह जख्मी हुए युवा वकील लखविंदर सिंह 13वें दिन अपनी जिंदगी की जंग हार गए। उन्होंने शनिवार की सुबह एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। लखविंदर सिंह के बड़े भाई अवतार सिंह काला अकाली सरकार में पार्षद रह चुके हैं। जंडियाला गुरु की राजनीति में परिवार का खासा नाम है।
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21 जुलाई की सुबह उस समय परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा था जब कुख्यात गैंग्सटर हैप्पी उर्फ जट के बदमाशों ने लखविंदर सिंह को कार में जाते हुए घेर लिया था। आरोपितों ने कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं थीं। चार गोलियां लखविंदर सिंह के शरीर को छलनी करती हुई अंदर घुस गई। आनन-फानन में परिवार के सदस्यों ने किसी तरह उन्हें एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया था।
21 जुलाई से लखविंदर सिंह उसी अस्पताल में उपचाराधीन थे। डाक्टरों द्वारा तीन गोलियां तो निकाल दी गईं थी, लेकिन एक गोली रीढ़ की हड्डी में फंसी होने के कारण गर्दन के नीचे वाला हिस्सा कोई काम नहीं कर रहा था। चार दिन पहले आपरेशन करके गोली तो निकाल दी गई थी, लेकिन स्वास्थ्य में किसी तरह का सुधार नहीं हो रहा था। शनिवार की सुबह लखविंदर सिंह ने अंतिम सांस ली।
पुलिस ने शनिवार की दोपहर पोस्टमार्टम करवा शव स्वजनों के हवाले कर दिया। शाम चार बजे लखविंदर सिंह के शव का परिवार ने जंडियाला गुरु के अंतिम संस्कार कर दिया। लखविंदर की पत्नी लखबीर कौर, बेटा मुखविंदर सिंह (17) और युवराज (7) को इस घटना से गहरा आघात लगा है।
वकीलों ने कामकाज ठप रखा
उधर, अमृतसर बार एसोसिएशन के प्रधान गुरप्रीत सिंह पनेसर, सचिव विक्की मेहरा, उपाध्यक्ष राजदीप सिंह घुम्मन, सह सचिव सौरव शर्मा, कोषाध्यक्ष राकेश शर्मा और कार्यकारी सदस्य अमित अरोड़ा ने बार कार्यालय में शोकसभा रखी।
इस घटना के बाद वकीलों ने शनिवार को कामकाज बंद रखा। इस मौके पर वकील राहुल सिंह सेठी, गगन भाटिया मौजूद थे।
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