तरनतारन में बाढ़ के बीच धुस्सी बांध के समीप अवैध खनन का कारोबार जारी, प्रशासन पर उठा सवाल
तरनतारन जिले के बू हवेलियां गांव में बाढ़ के बीच अवैध खनन का कारोबार चल रहा है। पुलिस और प्रशासन की कथित मिलीभगत से दो किसान सात महीने से यह काम कर रहे हैं। खेतों में 25-30 फीट तक गहरी खुदाई की जा चुकी है। कांग्रेस ने सत्ताधारी पार्टी पर आरोप लगाया है जबकि प्रशासन का कहना है कि वे सतर्क हैं और कार्रवाई करेंगे।

जागरण संवाददाता, तरनतारन। बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहे जिला तरनतारन के गांव बूह हवेलियां में दो किसानों द्वारा करीब सात माह से अवैध खनन का कारोबार चलाया जा रहा है। स्थानीय पुलिस व सिविल प्रशासन के अधिकारी इस कारोबार से अवगत होने के बावजूद मौन धारे हुए हैं। अवैध खनन का यह कारोबार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए घटिया सौदा साबित हो सकता है।
थाना हरिके पत्तन के अंतर्गत आते गांव बूह हवेलियां स्थित धुस्सी बांध से महज एक किलोमीटर दूर खेतों में दो अलग-अलग स्थानों पर अवैध खनन का कारोबार चलाया जा रहा है। यह कारोबार सात माह से बिना किसी खौफ चलाते हुए संबंधित किसान परिवार मालामाल हो रहे हैं।
बता दें कि हरिके पत्तन क्षेत्र के धुस्सी बांधों को करीब 22 दिन तक लगातार बाढ़ की स्थिति से गुजरना पड़ा है। गांव बूह से कुत्तीवाल जाती लिंक रोड से एक रास्ता ईंटों से तैयार किया गया है। जिसके माध्यम से टिप्पर, ट्रक, जेसीबी मशीनें खेतों तक पहुंचती हैं। 500 मीटर के घेरे में दो खेतों में अवैध खनन का यह कारोबार दिन के उजाले में किया जाता है। इन खेतों में 25 से 30 फीट की गहराई तक रेत निकाली जा चुकी है।
वर्षा के दिनों में खनन का काम यह कहते बंद कर दिया गया था कि रेत लेकर जाने वाले टिप्परों व ट्रकों की वजह से कहीं रास्ता बैठ न जाए। अब छह दिन से अवैध खनन का कारोबार दोबारा शुरु कर दिया गया है। शैलरों के समीप से गुजरने वाले रास्ते के बीच करीब एक एकड़ रकबे के साथ वाले मकान को खाली करके वहां ताला लगा दिया गया है, क्योंकि पहले उक्त मकान में परिवार के सदस्यों का आना-जाना लगा रहता था, लेकिन अब इस रास्ते पर वहीं वाहन गुजरने दिया जाता है, जो रेत लेकर जा सकता हो।
दिन के समय इस क्षेत्र में निगरानी रखने के लिए कुछ युवक पेड़ों के नीचे हथियार लेकर खड़े रहते हैं। रेत माफिया से जुड़े बड़े कारोबारियों का यहां आना-जाना आम है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हरमिंदर सिंह गिल कहते हैं कि रेत के अवैध कारोबार के पीछे सत्ताधारी पार्टी का सीधा हाथ होगा। जिला प्रशासन की ओर से दावा किया जाता है कि अवैध खनन कहीं नहीं होता, लेकिन हरिके पत्तन क्षेत्र में यह कारोबार सरेआम चल रहा है।
डिप्टी कमिश्नर एस राहुल का कहना है कि अवैध खनन के मामले में प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। माइनिंग विभाग के अधिकारियों के साथ समय-समय पर बैठकें की जाती हैं। गांव बूह के क्षेत्र में अवैध खनन बाबत संबंधित अधिकारियों की जवाब तलबी होगी व कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
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