Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'क्या पंजाब को खालिस्तान बना देना चाहिए...', आतंकी पन्नू ने अमृतपाल सिंह और सरबजीत खालसा को भेजा मैसेज

    Updated: Wed, 03 Dec 2025 12:27 PM (IST)

    खालिस्तान समर्थक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद हमले की बरसी पर हंगामा करने की योजना बनाई है। उसने सरबजीत सिंह खालसा और अमृतपाल सिंह के माध्यम से स ...और पढ़ें

    Hero Image

    आतंकी पन्नू ने अमृतपाल को भेजा मैसेज (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, अमृतसर। सिख फॉर जस्टिस का खालिस्तान समर्थक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू भारतीय संसद हमले क 24वीं बरसी पर हंगामा करवाने की तैयारी कर रहा है।

    वे इसके लिए फरीदकोट व खडूर साहिब से सांसद व खालिस्तान समर्थक सरबजीत सिंह खालसा व अमृतपाल सिंह को जरिया बनाने की प्लानिंग कर रहा है। इसके लिए उसने अपना वीडियो संदेश भी वायरल किया है।

    आतंकी पन्नू ने अपना वीडियो वायरल कर फरीदकोट से सांसद सरबजीत सिंह खालसा व डिब्रूगढ़ जेल में बंद खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह को संदेश भेजा है कि 13 दिसंबर को हर सांसद के हाथ में पर्चा पकड़ा रेफरेंडम करवाया जाए कि क्या भारत को तोड़ देना चाहिए। क्या पंजाब को खालिस्तान बना देना चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जानें क्या बोल रहा है आतंकी पन्नू

    पन्नू ने अपने वीडियो में कहा है 13 दिसंबर 2001 में हिंदुस्तान संसद में कश्मीर की आजादी की आवाज गूंजी थी। तब हथियार बंब थे। 24 साल बाद एक बार फिर भारतीय संसद में आवाज गूंजेगी। लेकिन इस बार हथियार के तौर पर हर सांसद के हाथ में सवाल होगा- क्या भारतीय कब्जे वाला पंजाब आजाद देश होना चाहिए।

    हर एक सांसद के हाथ में ये पर्चा देना होगा। ये संदेश दोनों फरीदकोट व तरनतारन के सांसदों से है, जो खालिस्तान की वोट के साथ सांसद बने हैं। चाहे वो (खालिस्तान समर्थक सांसद अमृतपाल सिंह) डिब्रूगढ़ जेल में है, लेकिन वहां से सवाल भेजा जा सकता है। ऐसा ही सवाल फरीदकोट वाले सांसद को करना चाहिए कि क्या भारतीय काब्जे वाला पंजाब आजाद देश होना चाहिए।

    गुरपतवंत सिंह पन्नू कौन हैं?

    गुरपतवंत सिंह पन्नू मूल रूप से पंजाब के अमृतसर जिले के खानकोट क्षेत्र के निवासी हैं। वह अमेरिका में रहते हुए सिख फॉर जस्टिस (SFJ) नामक संगठन का संचालन करता है, जिसका मुख्यालय न्यूयॉर्क में है। पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा दोनों की नागरिकता है। उसने 1990 के दशक में अमेरिका जाकर कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी से एमबीए और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री प्राप्त की और वॉल स्ट्रीट में सिस्टम विश्लेषक के रूप में काम किया।

    SFJ संगठन और खालिस्तान एजेंडा

    पन्नू ने 2007 में SFJ की स्थापना की, जो खालिस्तान के नाम पर पंजाब को भारत से अलग करने का रेफरेंडम अभियान चलाता है। संगठन सिखों को अलगाववाद और उग्रवाद के लिए उकसाता है और सोशल मीडिया पर राष्ट्र-विरोधी गतिविधियां करता है। भारत सरकार ने जुलाई 2019 में UAPA के तहत SFJ पर प्रतिबंध लगाया, जिसे हाल ही में 5 वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया। यह संगठन भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए खतरा माना जाता है।

    आतंकी घोषणा और प्रमुख आरोप

    केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकवादी घोषित किया। उन पर पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने, अलगाववाद फैलाने और कोरोना काल में भड़काऊ फोन कॉल्स करने के आरोप हैं। हाल में NIA ने पन्नू के खिलाफ नया केस दर्ज किया, जिसमें उन्होंने लाल किले पर पीएम मोदी को तिरंगा फहराने से रोकने वाले को 11 करोड़ रुपये इनाम देने की धमकी दी थी। वह पंजाब CM भगवंत मान की हत्या की धमकी भी दे चुका है।

    हालिया गतिविधियां और जांच

    पन्नू ने दीपावली पर पंजाब में ब्लैकआउट की धमकी दी और विवादित नक्शा जारी किया, जिसमें पंजाब के अलावा हरियाणा, हिमाचल व दिल्ली शामिल थे। उसके करीबी इंदरजीत सिंह गोसल को कनाडा में गिरफ्तार किया गया। भारतीय जांच एजेंसी और चंडीगढ़ पुलिस ने कई मामले दर्ज किए। भारत लगातार अमेरिका से प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है।