Move to Jagran APP

शहर की स्वच्छता पर धब्बा बने कूड़े के ढेर, गार्बेज फ्री सिटी श्रेणी में मिला शून्य अंक

केंद्र सरकार की ओर से जारी गई गई स्वच्छता रैंकिंग में बेशक अमृतसर पांच पायदान ऊपर चढ़ा है लेकिन यह काफी नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Nov 2021 10:00 AM (IST)Updated: Tue, 23 Nov 2021 10:00 AM (IST)
शहर की स्वच्छता पर धब्बा बने कूड़े के ढेर, गार्बेज फ्री सिटी श्रेणी में मिला शून्य अंक
शहर की स्वच्छता पर धब्बा बने कूड़े के ढेर, गार्बेज फ्री सिटी श्रेणी में मिला शून्य अंक

जागरण संवाददाता, अमृतसर: केंद्र सरकार की ओर से जारी गई गई स्वच्छता रैंकिंग में बेशक अमृतसर पांच पायदान ऊपर चढ़ा है लेकिन यह काफी नहीं है। पिछले साल अमृतसर का रैंक 39 था और इस बार यह देश में 34वें नंबर पर और प्रदेश में दूसरे नंबर पर रहा। हालांकि इंदौर शहर इस बार भी देश में पहले नंबर पर रहा। ऐसे में यदि यह शहर लगातार पहले नंबर पर आ रहा है तो अमृतसर के प्रशासन को भी वहां से सीख लेते हुए शहर को स्वच्छता में सिरमौर बनाने के लिए पूरी शिद्दत के कार्य करना होगा। यह तभी संभव होगा जब शहर के लोगों इसमें भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।

loksabha election banner

शहर को पूरे स्वच्छ बनाने के लिए प्रयास तो किए जा रहे हैं। पर ये नाकाफी हैं। अभी तक अमृतसर को गार्बेज फ्री नहीं किया जा सका है। शहर के कई इलाकों में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर के कारण गंदगी फैली रहती है और आसपास के लोग परेशान रहते हैं। यही कारण है स्वच्छता रैंकिग में भी गार्बेज फ्री सिटी 3 स्टार के लिए आवेदन किया गया था। मगर सर्वे में मिले फीडबैक के आधार पर इसमें कोई भी अंक नहीं मिल पाया। ऐसे में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर शहर की सुंदरता पर सीधे तौर पर शहर की सुंदरता पर दाग लगाए हुए हैं। इसका हल करने के भले ही बड़े-बड़े दावे किए जाते है। मगर हकीकत इसके उलट है। गार्बेज फ्री श्रेणी में 1100 अंक में मिला शून्य

स्वच्छता परीक्षा के लिए कुल 6000 अंक तय किए गए थे। इसमें केवल गार्बेज फ्री होने पर 1100 अंक मिलने थे। मगर लोगों से मिले फीड बैक के आधार पर पाया गया कि शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर रहते है। यही कारण है कि इसमें कोई अंक नहीं मिल पाया। इस संबंधी रत्तन सिंह चौंक, इस्लामाबाद, शक्ति नगर, खजाना गेट, रणजीत एवेन्यू बी ब्लाक, कोर्ट रोड सहित कई इलाकों में जाकर देखा तो कूड़े के ढेर पहले जैसे ही लगे हुए दिखे। 72 वार्ड में कंपनी तो 13 वार्ड का जिम्मा है निगम पर

शहर की कुल 85 वार्ड है। इनमें से 72 वार्ड से कूड़ा इकठ्ठा करने का जिम्मा एक निजी कंपनी के पास है। जबकि अंदरूनी शहर की 13 वार्ड का जिम्मा नगर निगम पर है। अंदरूनी शहर की सफाई के लिए हाल ही में सात करोड़ रुपये की मशीनरी खरीदी गई है। बावजूद इसके समय पर कूड़ा लिफ्ट नहीं हो पाता है। लोगों का कहना है कि कूड़े वाली गाड़ी के आने का कोई समय नहीं है। ऐसे में चौक चौराहों पर ढेर लग जाते हैं। रात के समय हो कूड़े की लिफ्टिंग

शक्ति नगर निवासी विशाल सरीन ने कहा कि जगह-जगह कूड़े के ढेर रहते हैं क्योंकि गाड़ियां समय पर नहीं आती है। ऐसे में लोगों का बाजारों से निकलना भी मुश्किल है। ऐसे में चाहिए कि कूड़े की लिफ्टिंग रात के समय की जाए। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाए कि वह रात को कूड़ा लिफाफे में डालकर निगम के कंटेनरों में रख दें ताकि सुबह होने तक लोगों को शहर पूरी तरह से साफ मिले। अमृतसर की रैंकिग में लगातार सुधार हो रहा है। पिछले तीन सालों में इसमें बहुत ज्यादा सुधार किया गया है। आगे भी प्रयास लगातार जारी है। आने वाले कुछ ही महीनों में और भी सुधार देखने को मिलेगा। जिससे जल्द ही अमृतसर नंबर एक पर होगा।

-करमजीत सिंह रिटू, मेयर, नगर निगम, अमृतसर यह भी रहे रैंकिग में पिछड़ने के कारण

1. निगम की ओर से कूड़े को लेकर पुख्ता प्रबंध तो किए गए थे। मगर वाल सिटी के अंदर लोगों की शिकायत थी कि लिफ्टिग समय पर नहीं हो पाती और इस कारण गंदगी के ढेर लगे रहते है।

2. बारिश होने पर सीवरेज सिस्टम ध्वस्त हो जाने पर शहर जलमग्न हो जाता था। मगर इसके भी पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए है।

3. भगतांवाला कूड़े के ढंप को लेकर लोगों को शिकायत थी कि इससे इलाके में बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है।

4. पीने के पानी में सीवरेज का पानी मिक्स होकर आने से भी लोग बेहद परेशान रहे। जिस कारण नेगेटिव मार्किंग हुई।

5. पब्लिक टायलेट के हालात बेहतर नहीं थे। शहर को स्वच्छ बनाउंगा, लोगों को जागरूक करूगंा: संदीप खोसला

अपने शहर की साफ-सफाई रखना हम सभी का फर्ज है। इसलिए आज मैं शपथ लेता हूं कि अपने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए लगातार प्रयास करूंगा। इसके लिए न केवल लोगों को जागरूक करूंगा, बल्कि अपने घर के आसपास और काम वाली जगह पर सफाई अभियान चलाकर पुख्ता सफाई करवाई जाएगी। लगातार इस संबंधी लोगों से आग्रह किया जाएगा कि वह सभी अपने इर्द-गिर्द न तो गंदगी फैलाएं और न ही फैलने दें ताकि हम भी अपने शहर को इंदौर की तरह साफ-सुथरा बना सकें। इससे पहले भी हम फोकल प्वाइंट के सुधार और साफ-सफाई के लिए लगातार वह प्रयास कर रहे है। इसमें वह अपने साथ अन्य उद्योगपतियों को भी जोड़ने में सक्षम रहे है। इसी के तहत अब शहर को साफ सुथरा रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ कर जागरूकता अभियान चलाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए उनकी एसोसिएशन की ओर से हर संभव कोशिश की जाएगी।

-संदीप खोसला, प्रधान फोकल प्वाइंट इंडस्ट्री वेलफेयर एसोसिएशन।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.