Amritsar News: अस्पताल में लगी आग, शीशे तोड़े तो निकला धुंआ; वार्ड में भर्ती बच्चों की बची जान
अमृतसर के जलियांवाला बाग मेमोरियल सिविल अस्पताल में आग लग गई। प्रथम तल पर स्थित ब्लड बैंक के पास बने स्टोर में फ्रिज के कंप्रेशर फटने से आग लगी। बच्चा वार्ड पास होने के कारण स्टाफ ने शीशे तोड़कर बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। सफाई कर्मचारियों ने अग्निशमन यंत्रों से आग बुझाई। विधायक डा. अजय गुप्ता ने सफाई कर्मचारियों के कार्य को सराहा और नियमित करने का आश्वासन दिया।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। जलियांवाला बाग मेमोरियल सिविल अस्पताल में सोमवार सुबह आठ बजे आग लग गई। प्रथम तल पर स्थित ब्लड बैंक के साथ सटे स्टोर में लगी यह आग इतनी तेजी से फैली गई कि चारों तरफ धुंआं ही धुआं हो गया।
इसी के साथ बच्चा वार्ड है लेकिन स्टाफ ने तत्काल स्टोर के बाहर बने कारिडोर के शीशे तोड़ दिए। इससे धुआं बाहर निकल गया और वार्ड में भर्ती बच्चों की जान बचा ली। बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया।
आग स्टोर में रखे फ्रिज का कंप्रेशर फटने से लगी। सोमवार को श्री अग्रसेन जयंती पर सरकारी अवकाश होने के कारण केवल सफाई कर्मचारी और टेक्नीशियन ही अस्पलताल में थे। फ्रिज ब्लड बैंक द्वारा स्टोर में दीवार के साथ सटाकर रखा था।
ओवरहीट होने के कारण भारी भरकम फ्रिज का कंप्रेशर फट गया और आग लग गई। जैसे ही आग लगने के बाद अलार्म बजा कर्मचारी तुरंत स्टोर की ओर भागे। अंदर जाकर देखा तो फ्रिज जल रहा था। फ्रिज में टेस्टिंग किट्स थीं। प्लास्टिक की इन किट्स के कारण आग तेजी से फैली और फ्रिज का कंप्रेशर फट गया।
जोरदार धमाके होने से चारों तरफ अफरातफरी मच गई। स्टोर के पास ही ब्लड बैंक और बच्चा वार्ड हैं। ब्लड बैंक के स्टाफ और दर्जा चार कर्मचारियों ने अग्निनशमक यंत्रों के माध्यम से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। कुछ कर्मचारियों ने बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला।
आग का धुआं तेजी से फैल रहा था। ऐसे में स्टाफ ने तत्काल स्टोर के बाहर बने कारिडोर के शीशे तोड़े दिए। इस बात का भी डर था कि कहीं आग ब्लड बैंक तक न पहुंच जाएं, क्योंकि ब्लड बैंक में टेस्टिंग किट्स, रीएजेंट्स व प्लास्टिक का सामान बहुत ज्यादा पड़ा रहता है।
यदि आग यहां तक पहुंचती तो भारी नुकसान हो सकता था। आग लगने के बाद ब्लड बैंक के बाहर का दरवाजा तत्काल बंद कर दिया गया था। लगभग दो घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। सिविल सर्जन डा. स्वर्णजीत धवन ने बताया कि फ्रिज में आटो कट नहीं लगा और वह अत्यधिक गर्म हो गया।
इस कारण आग लगी। बहादुर महिला सफाई सेवकों ने उठाए भारी भरकम अग्निशमक यंत्र, बुझाई आग आग बुझाने में नारी शक्ति आगे आई। सुबह आठ बजे जब आग लगी, सफाई कर्मचारी रजनी, रंजीत, अमरजीत, निर्मल, शिंदर कौर व वंदना कारिडोर में ही सफाई कर रही थीं।
अलार्म बजते ही सभी एक्टिव हो गईं और फौरन इलेक्टीशियन को फोन किया। इलेक्टीशियन लखविंदर सिंह ने कहा कि सबसे पहले मेन स्विच आफ कर दो और फिर अग्निशमक यंत्रों का प्रयोग करो। कारिडोर में लगे अग्निशमक यंत्रों को उठाकर स्टोर की ओर भागीं। अग्निशमक यंत्रों से स्प्रे किया। सफाई कर्मचारी मनजिंदर सिंह ने बताया कि लगभग डेढ़ घंटा तक हम आग से जूझते रहे।
हालांकि इस दौरान फायर ब्रिगेड को फोन किया गया था, उनके आने से पहले ही आग बुझा दी गई थी। इसके बाद लखविंदर सिंह आया और उसने बिजली आपूर्ति बहाल की। इधर, घटना की जानकारी पाकर विधायक डा. अजय गुप्ता अस्पताल पहुंचे।
उन्होंने सफाई सेवकों विशेषकर महिला सफाई सेवकों के कार्य को सराहा। सफाई सेवकों ने कहा कि वह पिछले पंद्रह से बीस वर्षों से यहां ठेके की नौकरी कर रहे हैं। विधायक डा. अजय गुप्ता ने आश्वासन दिया कि वह सफाई सेवकों की नियमित करने की मांग को सरकार तक पहुंचाएंगे।
तीन एलाइजा किट्स व फ्रिज हुआ खाक
आगजनी की इस घटना में फ्रिज और इसमें रखी तीन एलाइजा टेस्टिंग किट्स जलकर राख हो गईं। रिकार्ड सुरक्षित है। यदि सफाई कर्मचारी तीव्रता न दिखाते तो हादसा बड़ा हो सकता था। जिस समय आग लगी सफाई कर्मी इसी तल पर थे। हालांकि फ्रिज का कंप्रेशर फटने से कार्बनडाई आक्साइड गैस निकली थी, जिस कारण धुआं ही धुआं हो गया।
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