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    ब्यास में रेल ट्रैक पर बैठे किसान, कई ट्रेनों को किया डावयर्ट

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 27 May 2022 07:44 PM (IST)

    किसानों ने गन्ने की बकाया राशि अदा नहीं करने के विरोध में शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे दिल्ली-अमृतसर रेल ट्रैक पर धरना शुरू कर दिया।

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    ब्यास में रेल ट्रैक पर बैठे किसान, कई ट्रेनों को किया डावयर्ट

    जागरण टीम, अमृतसर, ब्यास: किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के जिला गुरदासपुर, अमृतसर के किसानों ने गन्ने की बकाया राशि अदा नहीं करने के विरोध में शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे दिल्ली-अमृतसर रेल ट्रैक पर धरना शुरू कर दिया। इससे रेलवे आवाजाही प्रभावित हो गई है। अमृतसर से आने-जाने वाली करीब नौ गाड़ियों के रूट को डायवर्ट कर दिया गया। इनमें से कुछ गाड़ियां तरनतारन, गुरदासपुर, पठानकोट से जालंधर कैंट और लुधियाना होते हुए रवाना की गई।

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    किसान नेता सविदर सिंह चुताला, गुरबचन सिंह चब्बा ने कहा कि वर्ष 2021-22 सीजन का लगभग 800 करोड़ रुपये किसानों का सरकारी व गैर-सरकारी मिलों की ओर बकाया है, पर मिल मालिक यह राशि नहीं दे रहे। राणा शुगर मिल बुट्टर सीविया ने किसानों का 80 करोड़ रुपये अदा करना है। कई बार जिला प्रशासन से मीटिग में बुट्टर चीनी मिल के अधिकारी कह चुके हैं कि यह राशि जल्द किसानों को अदा कर दी जाएगी, पर दो महीने बीतने के बावजूद ऐसा नहीं किया गया। किसानों ने एसडीएम बाबा बकाला के कार्यालय के सामने पक्का मोर्चा लगाया था पर किसी भी अधिकारी ने सुनवाई नहीं की। इस कारण शुक्रवार बाद दोपहर रईया-ब्यास के मध्य बाबा बकाला मोड़ पुल के नीचे रेलवे लाइन पर धरना लगा दिया गया है। किसान नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि मसले का हल न निकाला गया तो वे नेशनल हाईवे भी जाम करेंगे। इस अवसर पर सिविल प्रशासन की ओर से एसडीएम बाबा बकाला साहिब दमनप्रीत कौर और नायब तहसीलदार सुखदेव कुमार बंगड़ किसानों से बातचीत करने के लिए पहुंचे, पर देर शाम समाचार लिखे जाने तक मामला का हल नहीं निकल पाया था। ये रेल गाड़िया की डायवर्ट

    अमृतसर-न्यू दिल्ली ट्रेन (12498), अमृतसर-नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी (12030) को तरनतारन से ब्यास होते हुए रवाना किया गया।

    अमृतसर से डिबरुगढ़ (15934), अमृतसर-बिलासपुर (18238) को गुरदासपुर, पठानकोट से लुधियाना होते हुए रवाना किया।

    कोच्चिवेली-अमृतसर (12483), दिल्ली-पठानकोट (22429), मुंबई-अमृतसर (11057), जयनगर-अमृतसर (14673) को ब्यास से तरनतारन होते हुए अमृतसर लाया गया। जम्मूतवी-संबलपुर (18310) एक्सप्रेस को अमृतसर लाने के बजाय वाया पठानकोट से लुधियाना होते हुए रवाना किया गया।